हाथरस पीड़िता के अंतिम संस्कार की क्या थी जल्दी, यूपी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताई ये बात
By विनीत कुमार | Published: October 6, 2020 11:09 AM2020-10-06T11:09:47+5:302020-10-06T11:09:47+5:30
उत्तर प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि इस मामले को जातिगत / सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश हो रही है। सरकार के अनुसार सुबह हिंसा भड़कने की आशंका थी और इसलिए रात में अंतिम संस्कार कराया गया।
उत्तर प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि हिंसा भड़कने की आशंका को देखते हुए हाथरस की पीड़िता का अंतिम संस्कार रात में करना पड़ा। यूपी सरकार की ओर से इंटेलिजेंस रिपोर्ट का हवाला दिया गया और बताया गया कि ऐसी सूचना मिली थी सुबह होते ही बड़े पैमाने पर हिंसा भड़क सकती थी।
सुप्रीम कोर्ट को दिए हलफनामे यूपी सरकार ने अगले दिन बाबरी मामले में आने वाले फैसले का भी हवाला दिया और कहा कि इस वजह से पूरे सूबे में हाई अलर्ट था। यूपी सरकार ने साथ ही कहा है कि कथित गैंगरेप मामले में जांच को पटरी से उतारने की कोशिश की जा रही है।
यूपी सरकार की ओर से कहा गया, 'सफदरजंग अस्पताल में जिस तरह धरना प्रदर्शन किए जा रहे थे और पूरे मामले को जातिगत / सांप्रदायिक रंग दिया जा रहा था, उसके बाद से हाथरस के जिला प्रशासन को 29 सितंबर की सुबह से ही कई इंटेलिजेंस अलर्ट मिल रहे थे।
#Hathras case: District administration convinced parents of deceased to cremate her at night to avoid large scale violence in the morning, UP govt in affidavit to SC; cites intelligence inputs of possible assembly of lakhs of protesters & issue being given caste/communal colour https://t.co/9CshGV3x0ppic.twitter.com/twkJ6yqeyc
— ANI (@ANI) October 6, 2020
यूपी सरकार ने इस बात भी अपने हलफनामे में जिक्र किया है कि अंतिम संस्कार के लिए परिवार को तैयार कराया गया। उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से ये हलफनामा कोर्ट में ये कहते हुए दायर किया गया है कि मामले की सीबीआई जांच के निर्देश जरूर दिए जाने चाहिए। हलफनामे में ये भी कहा गया है कि कोर्ट ने सीबीआई जांच की निगरानी करनी चाहिए।
बता दें कि हाथरस में दलित युवती के कथित सामूहिक बलात्कार और उसकी मौत की घटना को लेकर हो रहे प्रदर्शनों के बीच उत्तर प्रदेश पुलिस ने जातिगत संघर्ष भड़काने के प्रयास करने से लेकर देशद्रोह तक के आरोपों में राज्य भर में कम से कम 19 FIR दर्ज की हैं।
हाथरस जिले में 14 सितंबर को 19 साल की दलित युवती के साथ कथित रूप से सामूहिक बलात्कार की घटना के बाद करीब एक पखवाड़े बाद उसने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया। इसके बाद उसके आननफानन में कथित तौर पर परिवार की रजमंदी के बगैर आधी रात में प्रशासन द्वारा अंतिम संस्कार कराए जाने के बाद इस मामले में तूल पकड़ लिया है।