हाथरस केस: पूर्व जज की निगरानी में उच्च स्तरीय जांच की मांग, आज सुप्रीम कोर्ट करेगा सुनवाई

By स्वाति सिंह | Published: October 6, 2020 07:18 AM2020-10-06T07:18:38+5:302020-10-06T07:22:42+5:30

Hathras case in Hindi: याचिका में जांच की निगरानी सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट के वर्तमान या रिटायर्ड जज से कराने की मांग भी की गई है। दिल्ली निवासी सत्यमा दुबे, विकास ठाकरे, रुद्र प्रताप यादव और सौरभ यादव ने यह याचिका दाखिल की है।

Hathras case in Hindi: high level investigation should be done under supervision of judge, Supreme Court will hear today | हाथरस केस: पूर्व जज की निगरानी में उच्च स्तरीय जांच की मांग, आज सुप्रीम कोर्ट करेगा सुनवाई

निर्भया केस में आरोपियों का केस लड़ने वाले एपी सिंह को हाथरस मामले के आरोपियों का वकील नियुक्त किया है।

Highlightsसुप्रीम कोर्ट मंगलवार को यूपी के हाथरस कांड से जुड़ी एक जनहित याचिका पर सुनवाई करेगा। याचिका में जांच की निगरानी सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट के वर्तमान या रिटायर्ड जज से कराने की मांग भी की गई है।

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट मंगलवार को यूपी के हाथरस कांड से जुड़ी एक जनहित याचिका पर सुनवाई करेगा। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस एसए बोबडे, जस्टिस एएस बोपन्ना और जस्टिस वी रामासुब्रमण्यम की बेंच सुनवाई करेगी। सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका (PIL) दाखिल की गई है। इसमें मामले की जांच सीबीआई या SIT से कराने की मांग की गई है। 

इस याचिका में जांच की निगरानी सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट के वर्तमान या रिटायर्ड जज से कराने की मांग भी की गई है। दिल्ली निवासी सत्यमा दुबे, विकास ठाकरे, रुद्र प्रताप यादव और सौरभ यादव ने यह याचिका दाखिल की है। याचिका में कहा गया है कि यूपी में मामले की जांच और ट्रायल निष्पक्ष नहीं हो पाएगी।

उधर, पूर्व केंद्रीय मंत्री रहे राजा मानवेंद्र सिंह ने निर्भया केस में आरोपियों का केस लड़ने वाले एपी सिंह को हाथरस मामले के आरोपियों का वकील नियुक्त किया है। एपी सिंह को अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा ने भी आरोपियों का केस लड़ने को कहा है। 

गौरतलब है कि 14 सितम्बर को हाथरस में चार युवकों ने 19 वर्षीय दलित लड़की से कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया था और मंगलवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में उसकी मौत हो गई जिसके बाद बुधवार की रात को उसके शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें रात में अंतिम संस्कार करने के लिए बाध्य किया। बहरहाल, स्थानीय पुलिस का कहना है कि ‘‘परिवार की इच्छा के मुताबिक’’ अंतिम संस्कार किया गया। भाषा हक हक प्रशांत प्रशांत

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Web Title: Hathras case in Hindi: high level investigation should be done under supervision of judge, Supreme Court will hear today

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