हरियाणा कांग्रेस में फेरबदल की अटकल, रणदीप सिंह सुरजेवाला बोले- मुझे जानकारी नहीं, कहीं ‘भ्रम की स्थिति’ न हो जाए
By भाषा | Published: April 23, 2022 11:01 PM2022-04-23T23:01:38+5:302022-04-23T23:03:54+5:30
वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला की यह टिप्पणी कांग्रेस आलाकमान के हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एचपीसीसी) में बदलाव की तैयारियों में जुटे होने की खबरों के बीच आई है।
चंडीगढ़ः हरियाणाकांग्रेस में संगठनात्मक फेरबदल की अटकलों के बीच पार्टी के वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शनिवार को कहा कि वह इस तरह के किसी भी बदलाव से अनभिज्ञ हैं। हालांकि, उन्होंने सलाह दी कि ‘भ्रम की स्थिति’ नहीं होनी चाहिए, क्योंकि यह पार्टी के हित के खिलाफ है।
सुरजेवाला की यह टिप्पणी कांग्रेस आलाकमान के हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एचपीसीसी) में बदलाव की तैयारियों में जुटे होने की खबरों के बीच आई है। मौजूदा समय में कुमारी शैलजा कांग्रेस की हरियाणा इकाई की अध्यक्ष हैं, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा राज्य विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता हैं।
हरियाणा में पार्टी में संभावित फेरबदल से जुड़े सवाल के जवाब में सुरजेवाला ने कहा, “कांग्रेस का कार्यकर्ता होने के नाते मुझे इस बात की भी चिंता है कि कहीं ‘भ्रम की स्थिति’ न हो जाए। यह संगठन के हितों के खिलाफ है।” उन्होंने कहा, “मुझे यकीन है कि सोनिया गांधी जी जल्द ही स्थिति साफ कर देंगी और यह केवल कुछ दिनों की बात है।”
यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस आम आदमी पार्टी (आप) के उदय से चिंतित है सुरजेवाला ने कहा, “हर राजनीतिक दल को तीन सिद्धांतों पर अमल करने की जरूरत होती है-अपनी विचारधारा को मजबूत करना, अपना संगठन बनाना और अपने विचारों का प्रचार करना। और अगर आप इन तीनों को लेकर आश्वस्त हैं तो आपको दूसरी चीजों की चिंता करने की जरूरत नहीं है।
सबसे पहले, हमें बाहर के बजाय भीतर झांकने की जरूरत है।” सुरजेवाला ने दिल्ली में कांग्रेस नेता अलका लांबा के आवास पर पुलिस भेजने के लिए पंजाब की ‘आप्र सरकार की आलोचना की। पंजाब पुलिस 20 अप्रैल को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ ‘आपत्तिजनक बयान’ देने के आरोप में दर्ज मामले के सिलसिले में ‘आप’ के पूर्व नेता कुमार विश्वास और अलका लांबा के घर पहुंची थी।
सुरजेवाला ने सवाल किया, “क्या एक महिला के आवास पर 20 पुलिसकर्मियों को भेजना सही है? क्या यह सत्ता का दुरुपयोग नहीं है।” कांग्रेस नेता ने कहा कि पंजाब में अलका लांबा के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया गया था। उन्होंने भगवंत मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर राजनीतिक प्रतिशोध में लिप्त होने का आरोप लगाया।