CID पर भिड़े थे हरियाणा के सीएम खट्टर और गृह मंत्री अनिल विज, भाजपा ने कहा-मतभेद सुलझ गए हैं
By भाषा | Published: January 22, 2020 08:31 PM2020-01-22T20:31:26+5:302020-01-22T20:31:26+5:30
भाजपा के हरियाणा प्रभारी जैन मुद्दे को सुलझाने के प्रयासों के केंद्रबिंदु में रहे हैं क्योंकि विज ने अपने पास गृह विभाग होने के आधार पर सीआईडी का नियंत्रण मांगा था। विवाद बढ़ने पर खट्टर ने कहा था कि राज्य में सीआईडी का नियंत्रण पारंपरिक रूप से मुख्यमंत्री के पास रहा है। पिछले साल राज्य विधानसभा के लिए हुए चुनाव में विज ने अपनी सीट से छठी बार जीत दर्ज की थी।
भाजपा ने बुधवार को कहा कि सीआईडी के नियंत्रण को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और गृह मंत्री अनिल विज के बीच मतभेद सुलझ गए हैं।
पार्टी ने कहा कि सरकार के मुखिया होने के नाते मुख्यमंत्री जो विभाग अपने पास रखना चाहें रख सकते हैं। भाजपा महासचिव अनिल जैन ने कहा, ‘‘मुद्दे का समाधान हो गया है। मुख्यमंत्री सरकार के मुखिया हैं और वह जो भी (विभाग) रखना चाहें रख सकते हैं।’’
भाजपा के हरियाणा प्रभारी जैन मुद्दे को सुलझाने के प्रयासों के केंद्रबिंदु में रहे हैं क्योंकि विज ने अपने पास गृह विभाग होने के आधार पर सीआईडी का नियंत्रण मांगा था। विवाद बढ़ने पर खट्टर ने कहा था कि राज्य में सीआईडी का नियंत्रण पारंपरिक रूप से मुख्यमंत्री के पास रहा है। पिछले साल राज्य विधानसभा के लिए हुए चुनाव में विज ने अपनी सीट से छठी बार जीत दर्ज की थी।
राज्य सरकार में उन्हें गृह मंत्री बनाये जाने के बाद दोनों नेताओं के बीच मतभेद बढ़ने लगे। विज ने छठी बार जीत ऐसे समय दर्ज की थी जब भाजपा सरकार के अधिकतर मंत्री चुनाव हार गए थे। वर्ष 2014 से 2019 तक गृह विभाग मुख्यमंत्री के पास था।
यद्यपि भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व खट्टर के समर्थन में खड़ा है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि विज ने निर्णय स्वीकार किया है या नहीं क्योंकि उन्होंने अब सीआईडी के प्रमुख एडीजीपी अनिल कुमार राव पर अवज्ञा का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की है।