हरियाणा विधानसभा चुनाव: नौकरी छोड़कर राजनीति की राह पकड़ रहे हैं खिलाड़ी
By बलवंत तक्षक | Published: September 28, 2019 08:22 AM2019-09-28T08:22:00+5:302019-09-28T08:22:00+5:30
भाजपा में शामिल हुए ओलंपिक पदक विजेता योगेश्वर दत्त ने पुलिस की नौकरी छोड़ दी है. वे डीएसपी के पद से इस्तीफा देकर राजनीति में किस्मत आजमाने के इच्छुक हैं.
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त खिलाड़ी सरकारी नौकरी छोड़कर हरियाणा में राजनीति की राह पकड़ रहे हैं. ज्यादातर खिलाड़ियों ने अपनी नई पारी की शुरु आत के लिए भाजपा का दरवाजा खटखटाया है. राजनीति से जुड़े दूसरे लोगों की तुलना में इन खिलाड़ियों की जिंदगी की किताब के पन्ने अभी पूरी तरह कोरे हैं. इन पर किसी तरह के कोई आरोप नहीं हैं. ऐसे में अगर भाजपा इन्हें चुनाव मैदान में उतारती है तो उन्हें लेकर कहीं कोई किंतु-परंतु होने वाला नहीं है.
भाजपा में शामिल हुए पदक विजेता योगेश्वर दत्त ने पुलिस की नौकरी छोड़ दी है. वे डीएसपी के पद से इस्तीफा देकर राजनीति में किस्मत आजमाने के इच्छुक हैं. उन्हें सोनीपत जिले के गोहाना विधानसभा क्षेत्र से भाजपा का टिकट मिल सकता है. गोहाना सीट पर लंबे समय से कांग्रेस का कब्जा है. ऐसे में भाजपा को चुनाव लड़ाने के लिए यहां स्टार उम्मीदवार की तलाश थी.
इसी तरह हॉकी खिलाड़ी संदीप सिंह भी डीएसपी की नौकरी छोड़कर भाजपा में शामिल हो चुके हैं. भाजपा उन्हें कैथल जिले के पेहोवा क्षेत्र से मैदान में उतार सकती हैं. पेहोवा क्षेत्र से भाजपा को कभी कामयाबी नहीं मिल पाई है. यहां ज्यादातर इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) या कांग्रेस के उम्मीदवार चुनाव जीतते रहे हैं.
भाजपा के इस बार 75 पार के नारे में संदीप सिंह फिट बैठते नजर आ रहे हैं. अंतर्राष्ट्रीय पहलवान बबीता फोगट पहले ही भाजपा का दामन थाम चुकी हैं. उन्होंने भी राजनीति के लिए पुलिस में सब इन्स्पेक्टर की नौकरी से इस्तीफा दिया है. बबीता को दादरी जिले की बाढडा सीट से भाजपा अपना उम्मीदवार घोषित कर सकती है.
पार्टी की तरफ से ऐसे संकेत मिलने के बाद ही शायद उन्होंने बाढडा में जनसंपर्क अभियान तेज कर दिया है. इससे पहले पैरालंपिक पदक विजेता दीपा मलिक भी राजनीति में कदम रख चुकी हैं. लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हुई दीपा को रोहतक क्षेत्र से चुनाव लड़ाने की चर्चाएं थीं. वे इसके लिए तैयार भी थीं, लेकिन ऐन वक्त पर भाजपा ने दीपा की जगह टिकट पूर्व सांसद अरविंद शर्मा को दे दिया और वे जीत भी गए. हो सकता है, भाजपा उन्हें अब विधानसभा चुनाव में आजमाए.
विजेंद्र लड़ चुके हैं चुनाव
ओलंपिक मेडलिस्ट विजेंद्र सिंह इन सब खिलाड़ियों से पहले राजनीति के मैदान में उतरने फैसला किया था. विजेंद्र भी हरियाणा पुलिस में डीएसपी थे और इस्तीफा देकर राजनीति में आए थे. हालांकि, उनका ताल्लुक हरियाणा में भिवानी जिले से है, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने उन्हें लोकसभा चुनावों में दिल्ली से टिकट दिया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लहर के चलते विजेंद्र चुनाव हार गए थे.