हर्षवर्धन ने स्वैच्छिक रक्तदान के बारे में जागरूकता पैदा करने की आवश्यकता पर बल दिया
By भाषा | Updated: March 20, 2021 21:17 IST2021-03-20T21:17:00+5:302021-03-20T21:17:00+5:30

हर्षवर्धन ने स्वैच्छिक रक्तदान के बारे में जागरूकता पैदा करने की आवश्यकता पर बल दिया
नयी दिल्ली, 20 मार्च केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने स्वेच्छा से रक्तदान करने के लिए आम लोगों में जागरूकता पैदा करने की आवश्यकता को शनिवार को रेखांकित किया। उन्होंने सुरक्षित रक्त की मांग और उपलब्धता के बीच अंतर को कम करने का भी आह्वान किया।
इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी के राष्ट्रीय मुख्यालय रक्त केंद्र में एक न्यूक्लिक एसिड जांच (एनएटी) परीक्षण सुविधा के उद्घाटन मौके पर उन्होंने कहा कि शैक्षिक कार्यक्रम को इस तरह तैयार किया जाना चाहिए कि समुदाय को नियमित रक्तदान के लाभ समझ आ सके।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रेरणा के लिए लक्षित समूह शैक्षणिक संस्थान, औद्योगिक घराने, सामाजिक-सांस्कृतिक संगठन, धार्मिक समूह और सरकारी संगठन होंगे। सार्वजनिक मीडिया को लोगों को प्रेरित करने और स्वैच्छिक रक्तदान के लिए उनमें जागरूकता पैदा करने के काम में शामिल किया जाना चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि विकसित देशों, में प्रति 1000 लोगों में 50 व्यक्ति एक वर्ष में रक्तदान करते हैं।
हर्षवर्धन ने कहा, ‘‘हमारे देश में, एक वर्ष में प्रति 1000 लोगों में 8-10 व्यक्ति रक्तदान करते हैं। भारत में प्रति वर्ष लगभग 1.4 करोड़ यूनिट रक्त की आवश्यकता होती है। यदि कुल पात्र जनसंख्या का एक प्रतिशत हर साल रक्त दान करता है तो रक्त की कमी नहीं होगी।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।