'हर घर तिरंगा' अभियान के तहत यूपी में बने 3.86 करोड़ राष्ट्रीय ध्वज, 4.76 करोड़ का है लक्ष्य
By अनिल शर्मा | Published: August 3, 2022 08:46 AM2022-08-03T08:46:04+5:302022-08-03T09:00:17+5:30
प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक यूपी सरकार के एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) विभाग ने सरकारी ई-मार्केटप्लेस (जीईएम) पोर्टल के माध्यम से 2 करोड़ झंडे खरीदे हैं, जबकि 20,000 से अधिक एनजीओ और निजी सिलाई इकाइयां लगभग 1.15 करोड़ झंडे का उत्पादन को लेकर चौबीसों घंटे काम कर रही हैं।
लखनऊ: आजादी की 75वीं वर्षगांठ के जश्न के रूप में केंद्र सरकार हर घर तिरंगा अभियान के तहत राज्य सरकारों और जनता से राष्ट्रीय ध्वज को फहराने की अपील की है। इस अभियान के तहत यूपी सरकार का कुल 4.26 करोड़ घरों और 50 लाख सरकारी और गैर- सरकारी कार्यालयों पर तिरंगा फहराने का लक्ष्य है। राज्य सरकार के एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में योगी सरकार के 'हर घर तिरंगा' अभियान के तहत राज्य सरकार अब तक 4.76 करोड़ के लक्ष्य के मुकाबले 3.86 करोड़ तिरंगे का उत्पादन कर चुकी है।
प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक यूपी सरकार के एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) विभाग ने सरकारी ई-मार्केटप्लेस (जीईएम) पोर्टल के माध्यम से 2 करोड़ झंडे खरीदे हैं, जबकि 20,000 से अधिक एनजीओ और निजी सिलाई इकाइयां लगभग 1.15 करोड़ झंडे का उत्पादन को लेकर चौबीसों घंटे काम कर रही हैं।
राज्य सरकार ने बताया कि महिला स्वयं सहायता समूहों ने 96 लाख से अधिक झंडों का निर्माण कार्य पूरा कर लिया है। जिला स्तर पर 2.26 करोड़ झंडे बनने हैं' इसी प्रकार गैर सरकारी संगठनों और यूपी खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड ने 36.4 लाख तिरंगे बनाए हैं जबकि निजी सिलाई इकाइयों ने अब तक 35.3 लाख से अधिक झंडे सिल दिए हैं। इसके अलावा, सरकारी/गैर-सरकारी संगठनों के लिए 50 लाख खादी झंडे बनाने का काम भी पूरा हो चुका है।
इस बीच, केंद्र सरकार ने दिन और रात दोनों समय तिरंगा फहराने की अनुमति देने के लिए देश के ध्वज कोड में बदलाव किया है। पॉलिएस्टर के झंडे मशीनों द्वारा भी बनाए जा सकते हैं। पिंगली वेंकैया की 146वीं जयंती पर "तिरंगा उत्सव" कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि "हर घर तिरंगा" कार्यक्रम दुनिया के लिए एक संदेश है कि भारत का प्रत्येक नागरिक भारत के विकास, समृद्धि, सुरक्षा और संस्कृति की यात्रा को आगे बढ़ाने के लिए एकजुट है।