राजस्थानः रालोपा के संयोजक बेनीवाल ने पूर्व सीएम वसुंधरा पर लगाया कांग्रेस उम्मीदवार की मदद का आरोप!
By प्रदीप द्विवेदी | Published: October 27, 2019 06:09 AM2019-10-27T06:09:18+5:302019-10-27T06:09:18+5:30
राजस्थान के नागौर से सांसद और रालोपा के संयोजक हनुमान बेनीवाल ने भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और पूर्व मंत्री यूनुस खान पर खींवसर विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार की मदद करने का आरोप लगाया और भाजपा नेतृत्व से दोनों पर कार्रवाई करने की मांग की है.
रालोपा के संयोजक सांसद हनुमान बेनीवाल ने एक बार फिर पूर्व सीएम वसुंधरा राजे पर निशाना साधा है और उन पर कांग्रेस उम्मीदवार की मदद का आरोप भी लगाया है. यही नहीं, वसुंधरा राजे के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की है. इस वक्त रालोपा, एनडीए में शामिल है और उपचुनाव में बीजेपी ने खींवसर विधानसभा सीट समझौते के तहत रालोपा को दी थी. इस सीट पर हनुमान बेनीवाल के भाई नारायण बेनीवाल ने जीत दर्ज की थी. उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार हरेन्द्र मिर्धा को कांटे की टक्कर में हराया था.
इसके बाद, राजस्थान के नागौर से सांसद और रालोपा के संयोजक हनुमान बेनीवाल ने भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और पूर्व मंत्री यूनुस खान पर खींवसर विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार की मदद करने का आरोप लगाया और भाजपा नेतृत्व से दोनों पर कार्रवाई करने की मांग की है.
उन्होंने आरोप लगाया कि इन दोनों नेताओं ने लोकसभा चुनाव के दौरान भी कांग्रेस उम्मीदवार की मदद की थी. याद रहे, नागौर लोकसभा सीट पर हनुमान बेनीवाल ने जीत दर्ज की थी. लोकसभा चुनाव में इस सीट पर बीजेपी का रालोपा के साथ गठबंधन था.
बेनीवाल ने अपने ट्वीट में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, भाजपा के कार्यवाहक अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रदेशाध्यक्ष सतीश पुनिया सहित पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को भी टैग किया है.
उल्लेखनीय है कि चुनाव से पहले भी बेनीवाल ने वसुंधरा राजे के बंगले को खाली नहीं कराए जाने के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान पर कहा था कि ये दोनों मिले हुए हैं.
उनका तो यह भी कहना था कि अगर बीजेपी वसुंधरा राजे को पार्टी में कोई महत्व देखती है, तो वे अपना रास्ता अलग कर लेंगे.
हनुमान बेनीवाल पहले बीजेपी के एमएलए थे, लेकिन तत्कालीन सीएम वसुंधरा राजे से सियासी अनबन होने के बाद उन्होंने अपनी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी बना ली थी.