गाजीपुर बॉर्डर पर बैठे किसानों की सेवा कर रहे हैं गुरुद्वारा लंगर साहिब श्री हज़ूर साहिब
By शीलेष शर्मा | Updated: January 13, 2021 18:01 IST2021-01-13T17:59:26+5:302021-01-13T18:01:13+5:30
लंगर को लेकर गुरुद्वारा ने कहा कि हम सालों साल आंदोलनकारियों को खिलाते रहेंगे ,जब तक तीनों काले क़ानून सरकार खत्म नहीं करती न तो किसान घर लौटेगा और न हमारा लंगर बंद होगा।

(फोटो सोर्स- सोशल मीडिया)
नयी दिल्ली ,13 जनवरी। गाजीपुर बॉर्डर पर बैठे आंदोलनकारी किसानों के लिये चल रहे लंगरों में गुरुद्वारा लंगर साहिब श्री हज़ूर साहिब ,नांदेड़ का लंगर इन दिनों सबसे अधिक चर्चा में है ,दरअसल जो भी 25 से अधिक लंगर यहाँ किसानों की सेवा में लगे हैं ,नांदेड़ वाला लंगर सबसे बड़ा है। 1 दिसंबर से शुरू हुये इस लंगर में हर रोज़ हज़ारों आंदोलनकारी किसान सुबह की चाय से लेकर सुबह शाम का भोजन ,दोपहर की चाय ,नाश्ता ले रहे हैं।
इस लंगर में चाय ,चावल , रोटी ,दाल ,अनेक किस्म की सब्जीयां ,गाज़र का हलवा ,मैक्रोनी और दूसरी खाने की चीजें दी जा रही हैं। गुरुद्वारा लंगर साहिब श्री हज़ूर साहिब ,नांदेड़ के इस लंगर को चलाने की ज़िम्मेदारी इसकी पीलीभीत शाखा को सौंपी गयी है जो जत्थेदार मोहन सिंह की देख रेख में चल रहा है।
जत्थेदार मोहन सिंह के होंसले काफ़ी बुलंद हैं ,वह कहते हैं बाबा नरेंद्र सिंह और बाबा बलविंदर सिंह के आशीर्वाद से यह लंगर तब तक चलता रहेगा जब तक किसान यहां बैठे हैं ,सरकार लाठी चलवाये ,गोली चलवाये या बम डलवाये हम यहाँ से जाने वाले नहीं हैं।
बकौल जत्थेदार मोहन सिंह "यह हमारी 550 पुरानी परंपरा है कि किसान दूसरों को खिला कर खुद खाता है " उन्होंने बताया कि यहाँ के स्थानीय सेवादार भोजन पकाने का काम कर रहे हैं ,खाने के सामान से भंडार भरे पड़े हैं।