गुरुग्राम: नमाज वाले स्थान पर गोवर्धन पूजा करेंगे हिंदू संगठन, कपिल मिश्रा और यति नरसिंहानंद को निमंत्रण
By विशाल कुमार | Published: November 4, 2021 11:20 AM2021-11-04T11:20:55+5:302021-11-04T11:27:36+5:30
मिश्रा ने फरवरी 2020 में पूर्वोत्तर दिल्ली में एक सीएए समर्थन वाली रैली का नेतृत्व किया था और पुलिस को सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों को हटाने की चेतावनी देते हुए कहा था कि ऐसा नहीं होने पर वे सड़कों पर उतरेंगे. इसके एक दिन बाद वहां दंगे भड़क उठे थे.
नई दिल्ली:गुरुग्राम में प्रशासन की मंजूरी के साथ शुक्रवार को खुले में नमाज अदा करने पर पिछले कुछ हफ्तों से चल रहे विवाद के बीच सेक्टर-12 स्थित नमाज स्थल पर भाजपा नेता कपिल मिश्रा संयुक्त हिंदू संघर्ष समिति द्वारा आयोजित गोवर्धन पूजा में शामिल होंगे.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, मिश्रा ने कहा कि यह सड़कों को मुक्त कराने का लोगों का अधिकार है. किसी को भी हर हफ्ते सड़कें बाधित करने का अधिकार नहीं है. मैं इस अभियान का समर्थन करता हूं. गुड़गांव के प्रदर्शनकारी नागरिक अन्य नागरिकों को रास्ता दिखा रहे हैं, जो सड़कों को अवरुद्ध करने से परेशान हैं, लेकिन इतना साहस नहीं है कि वे बाहर आकर अपने अधिकारों की मांग करें.
बता दें कि, मिश्रा ने फरवरी 2020 में पूर्वोत्तर दिल्ली में एक सीएए (नागरिकता संशोधन अधिनियम) के समर्थन वाली रैली का नेतृत्व किया था और पुलिस को सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों को हटाने की चेतावनी देते हुए कहा था कि ऐसा नहीं होने पर वे सड़कों पर उतरेंगे. इसके एक दिन बाद वहां दंगे भड़क उठे थे.
22 संगठनों वाली इस समिति ने मिश्रा के साथ ही गाजियाबाद स्थित डासना देवी मंदिर के प्रमुख पुजारी यति नरसिंहानंद को भी आमंत्रित किया था जो कि शामिल नहीं होंगे.
नरसिंहानंद पर हाल ही में मुस्लिमों और पैगंबर पर टिप्पणी के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई थी. इसके साथ ही महिलाओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए सितंबर में उन पर एफआईआर दर्ज हुई थी.
सेक्टर-12 में पुलिस सुरक्षा के बीच नमाज अदा की जाती है और वहां पिछले दो हफ्तों से नमाज में बाधा डालने के प्रयास हो रहे हैं जिसके कारण बीते 29 अक्टूबर को दक्षिण पंथी समूहों के 26 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया था और उसी दिन जमानत पर रिहा कर दिया गया था.
बीते मंगलवार को जिला प्रशासन ने नमाज अदा करने लिए मंजूर किए गए 37 स्थानों में आठ को दी गई मंजूरी वापस ले ली थी.