गुजरात सरकार ने हिंदीभाषी प्रवासियों से लौटने की अपील की, हमलों को लेकर 431 लोग गिरफ्तार
By भाषा | Published: October 9, 2018 04:59 AM2018-10-09T04:59:01+5:302018-10-09T04:59:01+5:30
रूपाणी ने दावा किया कि पिछले 48 घंटों में कोई अप्रिय घटना नहीं हुयी है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने स्थिति पर काबू पा लिया है।
अहमदाबाद/पटना, 9 अक्टूबर:गुजरात में हिंदीभाषी प्रवासियों पर हमले के बाद उनके पलायन को देखते हुए राज्य के औद्योगिक इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। इस मामले में सियासी आरोप-प्रत्यारोप के बीच राज्य सरकार ने सोमवार को उनसे लौटने की अपील की।
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने लोगों से हिंसा में शामिल नहीं होने की अपील की। वहीं राज्य सरकार ने प्रवासियों को सुरक्षा का आश्वासन देते हुए कहा कि हमलों के संबंध में 431 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 56 प्राथमिकियां दर्ज की गयी हैं। रूपाणी ने दावा किया कि पिछले 48 घंटों में कोई अप्रिय घटना नहीं हुयी है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने स्थिति पर काबू पा लिया है।
उन्होंने कहा कि पुलिस के गहन प्रयासों के कारण स्थिति नियंत्रण में है औैर पिछले 48 घंटों में कोई अप्रिय घटना नहीं हुयी है। उन्होंने राजकोट में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं और परेशानी की स्थिति में लोग पुलिस को बुला सकते हैं। हम उन्हें सुरक्षा मुहैया कराएंगे।’’
उत्तर प्रदेश और बिहार के मुख्यमंत्रियों- क्रमश: योगी आदित्यनाथ और नीतीश कुमार तथा केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने रूपाणी से बात की और हमलों को लेकर चिंता जतायी। पुलिस ने बताया कि 28 सितंबर को साबरकांठा जिले में 14 महीने की एक बच्ची के साथ कथित बलात्कार के बाद छह जिलों में हिंदीभाषी लोगों पर हमलों की कई घटनाएं हुयी हैं।
पुलिस ने इस घटना के संबंध में बिहार के एक श्रमिक रवींद्र साहू को गिरफ्तार किया है। उत्तर भारतीय विकास परिषद के अध्यक्ष महेशसिंह कुशवाह ने दावा किया कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार के करीब 20 हजार लोग गुजराज से बाहर चले गए हैं।
इस मामले ने राजनीतिक रंग भी ले लिया और नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के एक नेता ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को पत्र लिखकर आरोप लगाया कि गुजरात में बिहार के लोगों के खिलाफ हिंसा के लिए उनकी पार्टी दोषी है।
जदयू प्रवक्ता और विधान पार्षद नीरज कुमार ने आरोप लगाया, ‘‘ आपने गुजरात के कांग्रेस विधायक अल्पेश ठाकुर को बिहार कांग्रेस का सहप्रभारी नियुक्त किया और उनकी सेना (गुजरात क्षत्रिय ठाकोर सेना) बिहार के लोगों को गुजरात से बाहर करने में जुटी है।’’
विपक्षी कांग्रेस का नाम लिए बिना प्रदेश के गृह मंत्री प्रदीपसिंह जडेजा ने कहा कि यह पता लगाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं कि क्या ये (हमले) उन लोगों की साजिश है जो 22 साल से गुजरात की सत्ता से बाहर हैं। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अहमद पटेल ने हालांकि ठाकोर को क्लीनचिट देते हुए आरोप लगाया कि भाजपा सरकार मामले का राजनीतिकरण कर रही है।