दिल्ली : अफगानिस्तान में तालिबान ने तबाही मचा रखी है । एक दिन में तालिबान ने अफगानिस्तान के तीन और प्रांतीय राजधानियों पर कब्जा कर लिया, जिसमें देश का तीसरा सबसे बड़ा शहर हेरात भी शामिल है । साथ ही तालिबान देश के अन्य हिस्सों में भी कब्जा कर रहा है । इस बीच भारत ने भी अपने नागरिकों के लिए सुरक्षा सलाह जारी की है और यह सलाह विशेष रूप से पत्रकारों के लिए है ।
काबुल स्थित भारतीय दूतावास ने कहा कि अफगानिस्तान में भारतीय नागरिकों के शामिल होने की हालिया घटना का पता चला है कि वे दूतावास की ओर से जारी की जा रही सुरक्षा सलाह पर ध्यान नहीं दे रहे हैं और 'खुद को घातक खतरे में डाल रहे हैं । '
भारत की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया कि हाल की एक घटना में तीन भारतीय इंजीनियरों को आपातकालीन हवाई बचाव की जरूरत थी । वह ऐसे क्षेत्र में एक बांध परियोजना स्थल पर थे, जो सरकारी बलों के नियंत्रण में नहीं है । यह मामला प्रकाश में आ रहा है कि भारतीय नागरिक दूतावास की सुरक्षा सलाह का पालन नहीं कर रहे हैं और खुद को एक घातक खतरे में डाल रहे हैं ।
साथ ही इस एडवाइजरी में भारतीय नागरिकों से समय-समय पर जारी सुरक्षा सलाह का पूरी तरह से पालन करने का आग्रह किया गया । खासकर इसमें पत्रकारों को विशेष रूप से सुरक्षा सलाह का पालन करने को कहा गया,जिन्होंने युद्ध को कवर करने के लिए अतिरिक्त जोखिम उठाया ।
जमीनी रिपोर्टिंग के लिए अफगानिस्तान पहुंचने वाले भारतीय पत्रकारों की बात करते हुए दूतावास ने कहा कि उन्हें देश में अपने प्रवास और आवाजाही के दौरान अतिरिक्त सुरक्षा उपाय करने की सलाह दी है । पिछले महीने रॉयटर्स के भारतीय फोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दकी की मौत का जिक्र करते हुए सालहकार ने कहा कि 'हाल ही में एक दुखद घटना में भारतीय पत्रकार की मौत हो गई । अफगानिस्तान में अतिरिक्त जोखिम है ।'
एडवाइजरी में कहा गया कि भारतीय पत्रकारों को अच्छी तरह से स्थापित सुरक्षा लॉजिस्टिक फर्मों की पहतान करनी चाहिए , जो देश में उनके ठहरने और आवाजाही के लिए आवश्यक सुरक्षा व्यवस्था कर सकें । आपको बताते दें कि अमेरिका ने भी अपने नागरिकों को अपगानिस्तान जल्द से जल्द खाली करने को कहा है ।