महाराष्ट्र घटना को लेकर कांग्रेस ने राज्यपाल पर हमला किया है। कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि राज्य में हुई घटनाओं से राष्ट्रपति की भूमिका भी सवालों के घेरे में आ गई है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि महाराष्ट्र के राज्यपाल आरएसएस-भाजपा का लबादा छोड़ें और शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस के महाराष्ट्र विकास आघाडी को आमंत्रित करें। महाराष्ट्र में देवेंद्र फड़नवीस के मुख्यमंत्री और अजित पवार के उप मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि अब इन दोनों नेताओं को राज्य की जनता से माफी मांगनी चाहिए और अब राज्यपाल को नयी सरकार के गठन के लिए तत्काल महाराष्ट्र विकास अघाड़ी को न्योता देना चाहिए।
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी फडणवीस का इस्तीफा स्वीकार करें और शिवसेना-कांग्रेस-राकांपा गठबंधन को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करें। पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने पत्रकारों से कहा, ''अवैध तरीके से मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री बने लोगों ने इस्तीफा दे दिया है। हमें उम्मीद है कि राज्यपाल अपने पद का दायित्व निभायेंगे। वह महाराष्ट्र विकास अघाड़ी को सरकार बनने का न्योता दें।''
इससे पहले पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, ''जनमत को अगवा करने वालों के ‘अल्पमत’ की पोल खुल ही गई। अब साफ़ है कि भाजपा में चाणक्यनीति के मायने प्रजातंत्र का अपहरण है। " उन्होंने कहा, " देवेंद्र फड़नवीस व अजित पवार को महाराष्ट्र की जनता से माफ़ी माँगनी चाहिए। उनकी सरकार झूठ व दलबदल पर आधारित थी जो ताश के पतों सी ग़िर गई।"
सुरजेवाला ने कहा, ''आज का दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह की जबाबदेही भी सुनिश्चित करने का है।" उन्होंने सवाल किया, '' महाराष्ट्र में प्रजातंत्र का तमाशा क्यों बनाया? राज्यपाल को कठपुतली की तरह इस्तेमाल क्यों किया? राष्ट्रपति की गरिमा को ठेस क्यों पहुँचाई? "
कांग्रेस नेता ने कहा, '' नरेंद्र मोदी व अमित शाह जबाब दें कि देश के मंत्रिमंडल को पंगु क्यों बनाया? दलबदल और खरीद फरोख्त का नंगा तांडव क्यों? एक अल्पमत की सरकार बना इतने दिन तक बहुमत का ड्रामा क्यों? भ्रष्टाचार के मुक़दमे वापस क्यों लिए? संविधान की धज्जियाँ क्यों उड़ाई? ''