विधानसभा के द्वार पहुंचे राज्यपाल धनखड़, कहा- गेट नंबर तीन बंद क्यों है, करना पड़ा इंतजार, 4 से किया प्रवेश
By भाषा | Published: December 5, 2019 01:08 PM2019-12-05T13:08:38+5:302019-12-05T13:08:38+5:30
उन्होंने इस घटना को देश के लोकतांत्रिक इतिहास के लिए शर्मनाक बताया। राज्यपाल धनखड़ ने संवाददाताओं से कहा, “गेट नंबर तीन बंद क्यों है? मेरी पूर्व सूचना के बावजूद गेट बंद है। विधानसभा स्थगित होने का मतलब इसका बंद होना नहीं है।"
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को राज्य विधानसभा के द्वार संख्या तीन के सामने इंतजार करना पड़ा क्योंकि राज्यपाल के प्रवेश के लिए निर्दिष्ट यह द्वार बंद था।
बाद में उन्होंने मीडियाकर्मियों और अधिकारियों के प्रवेश के लिए निर्दिष्ट द्वार संख्या चार से विधानसभा में प्रवेश किया। उन्होंने इस घटना को देश के लोकतांत्रिक इतिहास के लिए शर्मनाक बताया। राज्यपाल धनखड़ ने संवाददाताओं से कहा, “गेट नंबर तीन बंद क्यों है? मेरी पूर्व सूचना के बावजूद गेट बंद है। विधानसभा स्थगित होने का मतलब इसका बंद होना नहीं है।"
विधानसभा के नियमों के अनुसार द्वार संख्या तीन राज्यपाल के प्रवेश और निकास के लिए निर्दिष्ट है। धनखड़ ने बुधवार को पश्चिम बंगाल विधानसभा के अध्यक्ष बिमान बनर्जी को पत्र लिखकर सुविधाएं देखने और पुस्तकालय का दौरा करने की इच्छा व्यक्त की थी।
WB Governor Jagdeep Dhankhar: When I came here the gate meant for Governor & other VVIPS was closed but I went inside through a gate that was opened. Assembly Secretariat is opened throughout the year, assembly not being in session does not mean that the secretariat is closed. https://t.co/c4nUq1Pj2Jpic.twitter.com/0jNeb32M7j
— ANI (@ANI) December 5, 2019
विधानसभा अध्यक्ष ने सदन को अचानक ही दो दिन के लिए पांच दिसंबर तक स्थगित कर दिया था। अध्यक्ष ने मंगलवार को विधानसभा में कहा था कि जो विधेयक पेश किए जाने थे उन्हें अभी तक राज्पाल की ओर से अनुमति नहीं मिली है, इसलिए विधेयक पेश नहीं हो पाए।