बिहार के रेड लाइट एरिया की युवती राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की सलाहकार ग्रुप में नामित

By एस पी सिन्हा | Published: November 11, 2022 05:05 PM2022-11-11T17:05:39+5:302022-11-11T17:05:39+5:30

नसीमा खातून मुजफ्फरपुर शहर के बदनाम गलियों में एक रेड लाईट एरिया में रहकर पढ़ी लिखी है। नसीमा ने बताया कि आयोग ने देश स्तर पर विभिन्न अलग-अलग क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों को लेकर एक कमेटी बनाई है।

Girl from red light area of Bihar named in advisory group of National Human Rights Commission | बिहार के रेड लाइट एरिया की युवती राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की सलाहकार ग्रुप में नामित

नसीमा खातून

Highlightsनसीमा खातून मुजफ्फरपुर शहर के बदनाम गलियों में एक रेड लाईट एरिया में रहकर पढ़ी लिखी हैउन्हें राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सलाहकार कोर ग्रुप कि सदस्य‌ बनाया गया हैखातून ने बताया कि ‌अपने समाज के हक व अधिकार की लड़ाई अब आगे बढ़ रही है

पटना: बिहार के मुजफ्फरपुर में स्थित ’रेड लाइट एरिया’ चतुर्भुज स्थान में जन्मी नसीमा खातून गैर सरकारी संगठनों पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सलाहकार कोर ग्रुप कि सदस्य‌ बनाई गई है। वंचित जमात से आने वाली परचम संगठन की सचिव नसीमा खातून ने बताया कि ‌अपने समाज के हक व अधिकार की लड़ाई अब आगे बढ़ रही है। अपने समाज के सभी बुजुर्गों के आशीर्वाद व साथियों के प्यार व कामना से बड़ी जवाबदेही राष्ट्रीय स्तर पर मिली है।

नसीमा खातून मुजफ्फरपुर शहर के बदनाम गलियों में एक रेड लाईट एरिया में रहकर पढ़ी लिखी है। नसीमा ने बताया कि आयोग ने देश स्तर पर विभिन्न अलग-अलग क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों को लेकर एक कमेटी बनाई है। जिसमें मुझे भी स्थान दिया गया है। उन्होंने कहा कि अब आपकी आवाज देश के सबसे बड़े न्यायिक फोरम पर मजबूती के साथ उठेगी। उसका निदान भी होगा। यह दायित्व सब का है। आप सब के प्रयास से हम सफल होंगे। 

नसीमा ने कहा कि बिहार के 38 जिलों में रेड लाइट एरिया है। कहीं बड़े तो कहीं छोटे रूप में। वह रेड लाइट एरिया की बेटी है। यहां जन्म ली, पढ़ी और पिछले दो दशक से रेड लाइट एरिया के लोगों को संवैधानिक अधिकार दिलाने, यहां की बेटियों को शिक्षा से जोड़ने के लिए पहल कर रही है। इसी कड़ी में वह परचम संगठन के माध्यम से जगह-जगह पर जागरूकता अभियान कर लोगों को शिक्षा व अपने अधिकार के प्रति जागरूक कर रही है। ‌इसके साथ यहां के बच्चों को‌‌ लिखने व अपनी बातों को रखने के लिए बेहतर मौका मिले इसके लिए जुगनू हस्तलिखित पत्रिका निकालती है। 

नसीमा के आयोग के सलाहकार कोर ग्रुप कि सदस्य‌ की सूची में शामिल होने के बाद मुजफ्फरपुर के रेड लाइट एरिया से सदस्य बनाए जाने पर रेड लाइट एरिया की महिलाओं और बच्चों में खुशी की लहर दौड़ गई है। शहर में यह चर्चा का विषय बना हुआ है कि इस बदनाम गली में भी रहकर हीरे निकल सकते हैं। बता दें कि हाल के दिनों में मुजफ्फरपुर के जिला एवं सत्र न्यायाधीश के नेतृत्व में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव संदीप अग्निहोत्री के सहयोग से अपने इलाके के लोगों के बीच कानूनी जागरूकता अभियान चल रही है। 

इसके साथ मुजफ्फरपुर के जिलाधिकारी प्रणव कुमार की अध्यक्षता में जिला उद्योग केंद्र के प्रबंधक धर्मेंद्र कुमार सिंह के सहयोग से क्षेत्र की महिलाओं को रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध कराए गए हैं। यहां की महिलाएं जोहरा संवर्धन ग्रुप, जुगनू रेडीमेड गारमेंट के नाम से संगठन बनाकर सिलाई कटाई का काम कर अपने जीविकोपार्जन को आगे आई है।

Web Title: Girl from red light area of Bihar named in advisory group of National Human Rights Commission

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