रामदेव को मिला गिरिराज का समर्थन, जनसंख्या नियंत्रण पर बाबा के बयान को सकारात्मक तरीके से देखें
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 28, 2019 12:00 PM2019-05-28T12:00:30+5:302019-05-28T12:00:30+5:30
जनसंख्या पर नियंत्रण के लिए अपने एक बयान में रामदेव ने तीसरी संतान को सरकारी नौकरी, मताधिकार से वंचित कर देने की सलाह दी। इस मुद्दे पर रामदेव को सोशल मीडिया पर लोगों ने ट्रोल भी किया। रामदेव अपने माता-पिता की चार संतानों में दूसरे नंबर की संतान हैं।
बेगूसराय से बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह ने रामदेव के बयान का समर्थन किया। गिरिराज ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण पर बाबा रामदेव के बयान को सकारात्मक तरीके से देखा जाना चाहिए। देश के विकास के लिए जनसंख्या नियंत्रण कानून आवश्यक है।
रामदेव के बयान पर ओवैसी का जवाब-
रामदेव के इस बयान पर एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी सोमवार को गहरी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं। ओवैसी ने ट्वीट किया, ‘‘लोगों को असंवैधानिक बातें कहने से रोकने के लिए कोई स्पष्ट कानून नहीं है लेकिन रामदेव के विचारों पर बेवजह ध्यान क्यों दिया जाता है ?’’ उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘वह योग कर सकते हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि नरेन्द्र मोदी सिर्फ इसलिए अपना मताधिकार खो देंगे क्योंकि वह तीसरी संतान हैं।’’
क्या था रामदेव का बयान-
योग गुरु रामदेव ने रविवार को कहा था कि भारत अपने जनसंख्या विस्फोट से निपटने के लिए तैयार नहीं है। हरिद्वार में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए रामदेव ने कहा था कि देश की आबादी को 150 करोड़ से अधिक नहीं होने दिया जाना चाहिए। इसपर उन्होंने सलाह भी दिया था कि यह तभी संभव है जब हम तीसरी संतान या इसके बाद वाली संतानों को मताधिकार से वंचित करने वाला कानून लागू करेंगे। ऐसे बच्चों को चुनाव लड़ने और अन्य सरकारी नौकरियों के अधिकार से भी वंचित किया जाना चाहिए।