बेंगलुरु: जर्मन मंत्री ने पहले खरीदा मिर्च और फिर किया यूपीआई पेमेंट से भुगतान, देखें वीडियो
By आजाद खान | Published: August 21, 2023 08:25 AM2023-08-21T08:25:26+5:302023-08-21T08:45:42+5:30
इस खरीदारी का वीडियो शेयर करते हुए जर्मन दूतावास ने एक्स पर एक पोस्ट भी लिखा है जिसमें एंबेसी द्वारा कहा गया है कि "भारत की सफलता की कहानियों में से एक डिजिटल बुनियादी ढांचा है और यह बहुत ही मोहित कर देने वाला है!"
बेंगलुरु: जर्मन डिजिटल और परिवहन मंत्री वोल्कर विसिंग का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वे अन्य अधिकारियों के साथ यूपीआई पेमेंट करते हुए दिखाई दिए है। उन्हें कुछ खरीदारी करते हुए यूपीआई पेमेंट के जरिए भुगतान करते हुए देखा गया है। इस खरीदारी के बाद वे काफी खुश भी दिखाई दिए है।
इस वीडियो को भारत में जर्मन दूतावास द्वारा एक्स पर साझा किया गया था और इस पर एक पोस्ट भी लिखा गया था जिसमें यूपीआई पेमेंट सिस्टम की तारीफ की गई थी। बता दें कि देश में यूपीआई पेमेंट काफी तेजी से बढ़ रहा है और नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) जो यूपीआई चलाता इसे और बढ़ाने की योजना बना रहा है।
क्या दिखा वीडियो में
न्यूज एजेंसी द्वारा जारी किए गए जर्मन दूतावास के एक वीडियो में यह देखा गया है कि जर्मन मंत्री विसिंग एक सब्जी दुकान पर खड़े है और कुछ खरीदारी कर रहे है। वे जर्मन के कुछ अधिकारियों के साथ वहां मौजूद हैं और मिर्च की खरीदारी के बाद यूपीआई पेमेंट के जरिए भुगतान करने की कोशिश करते है।
#WATCH | Germany's Federal Minister for Digital and Transport Volker Wissing used UPI to make a payment in India and was 'very fascinated' by the experience.
— ANI (@ANI) August 20, 2023
"One of India’s success story is digital infrastructure. UPI enables everybody to make transactions in seconds. Millions… pic.twitter.com/0l2bO32EIN
इसके लिए वे एक मोबाइल का इस्तेमाल करते हुए दिखाई दिए है और एक अधिकारी उनकी इसमें मदद करता दिख रहा है। ऐसे में जब पेमेंट पूरा हो जाता है तो वह खरीदे हुए मिर्च दुकानदार से लेते है और खरीदारी के बाद वे मुस्कुराते हुए दिखाई दे रहे है।
भारत में जर्मन एंबेसी ने क्या कहा
दरअसल, डिजिटल और परिवहन मंत्री वोल्कर विसिंग 19 अगस्त को जी20 डिजिटल मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए बेंगलुरु आए हुए थे। इस दौरान उन्होंने सब्जियों के बाजार में निकले थे और मिर्च खरीदा था। इसके बाद वे इसका भुगतान यूपीआई पेमेंट से किए थे। इस घटना का वीडियो शेयर करते हुए भारत में जर्मन एंबेसी ने एक्स पर लिखा है कि "भारत की सफलता की कहानियों में से एक डिजिटल बुनियादी ढांचा है और यह बहुत ही मोहित कर देने वाला है!"
काफी तेजी से बढ़ रहा है यूपीआई पेमेंट
बता दें कि UPI (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफ़ेस) भारत की तेज़ भुगतान प्रणाली है। यह ग्राहकों को चौबीसों घंटे तुरंत भुगतान करने की सुविधा देता है। यह ग्राहक द्वारा बनाए गए वर्चुअल पेमेंट एड्रेस (VPA) का उपयोग करता है।
पिछले महीने जुलाई में यूपीआई लेनदेन की संख्या लगभग 10 बिलियन (सटीक रूप से 9.96 बिलियन) तक पहुंच गई और उन लेनदेन का मूल्य 15 लाख करोड़ रुपए को पार कर गया था। गौर करने वाली बात यह है कि यह लेनदेन पिछले 30 वर्षों में क्रेडिट कार्ड द्वारा हासिल की गई उपलब्धि से दस गुना से भी अधिक है।
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) अब एक दिन में एक अरब लेनदेन का लक्ष्य रख रहा है, जो अब की तुलना में तीन गुना है। ऐसे में 40 प्रतिशत से अधिक की वर्तमान वार्षिक वृद्धि दर पर यह मील का पत्थर केवल कुछ वर्ष दूर लगता है।