इराक में मारे गए 39 भारतीयों के अवशेष उनके परिजनों के घर तक पहुँचाएगी सरकार: वीके सिंह
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: March 31, 2018 11:55 AM2018-03-31T11:55:58+5:302018-03-31T11:55:58+5:30
आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने साल 2015 में इराक में काम करने वाले 40 भारतीयों को बंधक बना लिया था। भारतीय बंधको में से एक जान बचाकर भागने में सफल रहा बाकि 39 की आतंकवादियों ने हत्या कर दी।
आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट के हाथों मारे गये 39 भारतीयों के शव लेने इराक जा रहे भारत के विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह ने शनिवार (31 मार्च) को मीडिया से कहा कि बगदाद के राजदूत की इजाजत मिलते ही वो सी-17 विमान से सभी भारतीयों के अवशेष ससम्मान भारत लेकर आएँगे। जनरल वीके सिंह ने कहा कि मृतकों के परजिनों को शवों के अवशेष लेने के लिए हवाईअड्डे नहीं आना होगा। केंद्र सरकार मृतकों के अवशेषों को उनके परिजनों के घरों तक पहुँचाएगी। आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने साल 2015 में इराक में काम करने वाले 40 भारतीयों को बंधक बना लिया था। भारतीय बंधको में से एक जान बचाकर भागने में सफल रहा बाकि 39 की आतंकवादियों ने हत्या कर दी।
डीएनए टेस्ट से 38 भारतीयों के शवों की पहचान हो चुकी है। 39वें भारतीय के शव की पहचान अभी बाकी है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संसद के बज़ट सत्र के उत्तरार्ध में राज्य सभा में जानकारी दी थी कि मोसुल में इस्लामिक स्टटे द्वारा बंधक बनाए गये 39 भारतीयों की मौत हो चुकी है। विदेश मंत्री स्वराज ने बताया कि डीएनए टेस्ट के बाद 39 भारतीयों के मारे जाने की पुष्टि हुई। वहीं मृतकों के कुछ परिजनों ने नरेंद्र मोदी सरकार पर मृतकों की स्थिति के बारे में झूठ बोलने का आरोप लगाया। मृतकों के परिजनों का आरोप था कि मोदी सरकार ने पिछले तीन सालों में कई बार कहा कि इराक में फँसे हुए सभी भारतीय सुरक्षित हैं।
सुषमा स्वराज ने राज्य सभा में जानकारी दी थी कि इराक के बदूश में एक टीले में शवों के होने की सूचना मिलने के बाद जब उसकी जाँच हुई तो वहाँ बहुत बड़ी संख्या में दफनाए गए शव मिले। इन शवों में ही उन भारतीयों के शव भी थे जिन्हें इस्लामिक स्टेट ने बंधक बनाया था। इराक के एक अधिकारी ने इंडियन एक्सप्रेस अखबार को बताया था कि सभी 39 भारतीयों के शवों को बगदाद के फोरेसिंक साइंस विभाग के मेडिको लीगल इंस्टीट्यूट के मुर्दाघर में एक फ्रीजर में रखा गया है।
As soon as we get a nod from Baghdad ambassador, we will leave with a C-17 plane to bring back the mortal remains with due honours. We will handover the mortal remains to their families. They won't have to come to the airport: VK Singh, MoS MEA on 39 Indians killed in Mosul pic.twitter.com/JTFQYDSB7c
— ANI (@ANI) March 31, 2018
कांग्रेस समेत विभिन्न विपक्षी दलों ने बीजेपी सरकार पर मृतकों से परिजनों से झूठ बोलने का आरोप लगाया। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार मोसुल में मारे गये भारतीयों के मुद्दे से ध्यान हटाने के लिए कैम्ब्रिज एनालिटिका का मुद्दा उछाल रही है। ब्रिटिश कंपनी कैम्ब्रिज एनालिटिका पर फ़ेसबुक डाटा का इस्तेमाल करके चुनाव के दौरान वोटरों को प्रभावित करने के लिए कैंपेन तैयार करने का आरोप लगा है।