Rajasthan News: डूंगरपुर उग्र आंदोलन को लेकर गहलोत सरकार सख्त, रातों रात कई IAS-IPS के तबादले
By गुणातीत ओझा | Published: October 6, 2020 12:40 PM2020-10-06T12:40:39+5:302020-10-06T12:40:39+5:30
राजस्थान में बीती देर रात गहलोत सरकार की ओर से बड़े फैसले लिए गए। इसके तहत जहां सरकार ने डूंगरपुर आंदोलन को कंट्रोल ना कर पाने वाले कलेक्टर और एसपी को हटाया।
जयपुर।राजस्थान सरकार ने 11 आईएएस व पांच आईपीएस अधिकारियों के तबादले किए हैं। कार्मिक विभाग द्वारा सोमवार देर रात जारी आदेश के अनुसार भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी अपर्णा अरोड़ा को अल्पसंख्यक मामले विभाग से हटाकर प्रमुख शासन सचिव (स्कूल शिक्षा व भाषा) पद पर, रोली सिंह को प्रमुख शासन सचिव (कार्मिक विभाग) से हटाकर प्रमुख आवासीय आयुक्त नयी दिल्ली के पद पर तैनात किया गया है। इसी तरह आईएएस हेमंत कुमार गेरा को कार्मिक विभाग में प्रमुख शासन सचिव जबकि पी रमेश को उदयपुर का संभागीय आयुक्त बनाया गया है। डूंगरपुर जहां हाल ही में युवाओं ने हिंसक प्रदर्शन किया था, वहां के जिला कलेक्टर कानाराम को हटाकर जयपुर में संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी (स्टेट हेल्थ एश्योरेंस एजेंसी) के पद पर तैनात किया गया है। सुरेश कुमार ओला डूंगरपुर के नये जिला कलेक्टर होंगे। इसी तरह भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी राजीव कुमार दासोत को महानिदेशक (गृह रक्षा) से हटाकर महानिदेशक (जेल) बनाया गया है। वहीं आईपीएस बीएल सोनी अब महानिदेशक (भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) होंगे। जय यादव को डूंगरपुर के पुलिस अधीक्षक पद से हटाकर उनकी जगह कालूराम रावत को तैनात किया गया है।
जानें क्या हुआ था डूंगरपुर में
राजस्थान के डूंगरपुर में आदिवासी समुदायों के प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग 8 जाम कर दिया था। 2018 से शिक्षकों के लिए रिक्त अनारक्षित पदों पर आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों की भर्ती की मांग को लेकर प्रदर्शन के दौरान पुलिस कर्मियों पर पथराव भी किया गया। हिंसा के मामले में पुलिस ने बिछीवाड़ा थाने में 759 लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर रविवार तक 100 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस की टीमों ने सीसीटीवी, मीडिया चैनलों और वीडियो फुटेज से आरोपितों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया है। शिक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर आगजनी के दौरान क्षेत्र में स्थिति बिगड़ गई थी। प्रदर्शनकारियों ने यह मांग करते हुए हंगामा किया था कि 1167 खाली सामान्य कोटे की सीटें अनुसूचित जनजाति (एसटी) श्रेणी से भरी जाएंगी। बाद में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर आदिवासी क्षेत्र के विकास मंत्री अर्जुन सिंह बामनिया व अन्य नेता आंदोलनकारी छात्रों से मिले थे।
सरकार को देनी पड़ी थी दखल
राजस्थान के आदिवासी बहुल डूंगरपुर जिले में हाइवे पर हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने इससे पहले 35 मामले दर्ज किए थे। पुलिस लगातार अन्य उपद्रवियों की तलाश में दबिशें दे रही हैं। ये मामले सदर व बिछीवाड़ा थाने में दर्ज किये गये हैं। उपद्रव के दौरान एनएच 8 पर एक घर से लूटा गया सामान भी पुलिस ने बरामद किया है। वहीं, अब तक इस मामले में 55 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने कहा कि डूंगरपुर में हिंसा के सिलसिले में अब तक 55 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। डूंगरपुर के पुलिस अधीक्षक यादव ने एएनआई को बताया सदर और बिछीवाड़ा पुलिस स्टेशनों में 35 मामले दर्ज किए गए हैं और राजस्थान के दारारपुर में हिंसा के सिलसिले में 55 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।