देश को दिशा देने के लिये गांधीवादी आदर्श “सबसे बड़ा हथियार” : स्टालिन
By भाषा | Updated: August 15, 2021 11:09 IST2021-08-15T11:09:21+5:302021-08-15T11:09:21+5:30

देश को दिशा देने के लिये गांधीवादी आदर्श “सबसे बड़ा हथियार” : स्टालिन
चेन्नई, 15 अगस्त तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने रविवार को कहा कि जाति, धर्म और संप्रदाय से संबंधित चुनौतियों का सामना कर रहे देश को दिशा देने के लिये गांधीवादी आदर्श “सबसे बड़ा हथियार” हैं और इसे युवाओं के मन में स्थापित किया जाना चाहिए।
आजादी के 75वें वर्ष के समारोह में यहां राष्ट्रध्वज फहराने के बाद अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने राज्य में स्वतंत्रता सेनानियों और उनके परिवार को दी जाने वाली पेंशन में बढ़ोतरी की घोषणा की।
उन्होंने कहा, “युवाओं के मन में यह स्थापित करने का संकल्प लें कि गांधीवादी आदर्श जाति, धर्म और संप्रदाय की चुनौतियों का सामना कर रहे भारत को दिशा दिखाने में सबसे बड़ा हथियार हैं।”
तमिलनाडु के साथ महात्मा गांधी के गहरे जुड़ाव का जिक्र करते हुए स्टालिन ने कहा कि उन्होंने यहीं साधारण वस्त्र पहनने का संकल्प लिया था। उन्होंने कहा, “महात्मा गांधी अपने जीवनकाल में 20 बार तमिलनाडु आए। जब वह 100 साल पहले मदुरै आए थे, तमिलनाडु ने उन्हें विदाई दी थी…(जब उन्होंने साधारण कपड़े पहनने का संकल्प लिया था)।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि दक्षिण के शहर का दौरा करने के दौरान गरीबी देख कर गांधी ने साधारण कपड़े पहनने का संकल्प लिया जो बाद में उनकी विशिष्ट पहचान बना।
स्टालिन ने मदुरै में महात्मा गांधी संग्रहालय के जीर्णोद्धार का भी फैसला लिया जिस पर छह करोड़ रुपये की लागत आएगी। उन्होंने आजादी के 75वें वर्ष के अवसर पर एक स्तंभ का भी उद्घाटन किया।
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