'गज' तूफान रात में पहुंच सकता है तमिलनाडु, और प्रचंड होने की आशंका
By भाषा | Published: November 15, 2018 10:15 PM2018-11-15T22:15:46+5:302018-11-15T22:15:46+5:30
फान के पहुंचने के दौरान इसकी रफ्तार 80-90 किलोमीटर प्रति घंटे तक रहने का अनुमान है। इसके बाद इसकी रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है और क्षेत्र में भारी बारिश का अनुमान है।
चेन्नई, 15 नवंबरः तूफान गज के बृहस्पतिवार को रात तक दक्षिण तमिलनाडु तट पार करने का अनुमान है। जिन इलाकों से इसके गुजरने का अनुमान है, वहां पर सरकारी तंत्र को चौकस रखा गया है। मौसम विभाग के उप महानिदेशक एस बालाचंद्रन ने बताया कि नागपट्टिनम और पड़ोस के पुडुचेरी में कराईकल से करीब 140 किलोमीटर दूर खाड़ी के ऊपर गुजर रहे तूफान के बृहस्पतिवार की रात कुड्डालोर और पामबन के बीच तट पार करने का अनुमान है जिसके बाद यह कमजोर हो जाएगा।
तूफान के पहुंचने के दौरान इसकी रफ्तार 80-90 किलोमीटर प्रति घंटे तक रहने का अनुमान है। इसके बाद इसकी रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है और क्षेत्र में भारी बारिश का अनुमान है। अधिकारियों ने बताया कि नागपट्टिनम जिले और कराईकल सहित आसपास के इलाके में आज शाम से भारी बारिश हुई। इससे ऐहतियाती तौर पर बिजली आपूर्ति रोक दी गयी है।
तमिलनाडु राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने एक ट्वीट में कहा है कि चक्रवात के बारे में नवीनतम सूचना के मुताबिक चक्रवात के यहां से 300 किलोमीटर दूर नागपट्टिनम जिले में आठ बजे से 11 बजे रात के बीच पहुंचने का अनुमान है।
नागपट्टिनम और अन्य जिले में निचले इलाके में रहने वालों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा गया है । राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य बल की टीमों को तैनात किया गया है। रामेश्वरम से मिली खबर के मुताबिक धनुषकोटी के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया और पर्यटकों के प्रवेश पर रोक लगा दी गयी ।
नागपटि्टनम, तिरूवरूर, कुड्डालोर और रामनाथपुरम सहित सात जिलों में शैक्षाणिक संस्थानों में छुट्टी घोषित कर दी गयी है और सरकार ने निजी कंपनियों और प्रतिष्ठानों से अपने कर्मचारियों को जल्द वापस भेजने को कहा।
पुडुचेरी से मिली खबर के मुताबिक मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने हालात से निपटने के लिए विभिन्न विभागों की तैयारियों की समीक्षा की। कृषि मंत्री आर कमलक्कन नागपट्टिनम से 20 किलोमीटर दूर कराईकल में हैं। उन्होंने कहा कि चक्रवात से प्रभावित क्षेत्र में राहत केंद्र खोले गए हैं।