समुद्री तूफान 'गज' पहुँचा तमिलनाडु, 76 हजार लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेजा गया
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 16, 2018 08:47 AM2018-11-16T08:47:22+5:302018-11-16T08:59:57+5:30
भारतीय मौसम विभाग ने बृहस्पतिवार को ही गज तूफान के शुक्रवार को तमिलनाडु पहुंचने का अनुमान जताया था। गज तूफान तमिलनाडु के अलावा पुडुच्चेरी और आंध्र प्रदेश समुद्री तट को भी प्रभावित करेगा।
बंगाल की खाड़ी से उठा गज तूफान शुक्रवार सुबह तमिलनाडु के समुद्री तट पर पहुँच गया। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार गज तूफान नागापट्टिनम और वेदरन्नियम के करीब टकराया। इस गज तूफान में समुद्री हवाओं की रफ्तार 120 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार मापी गयी है।
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार गज तूफान का असर अगले कुछ घण्टों तक रहेगा। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार तमिलनाडु सरकार ने 76 हजार से ज्यादा लोगों को समुद्र तट से दूर किया गया है। तमिलनाडु सरकार ने राज्य के नागापट्टिनम, पुडुकोट्टई, रामनाथपुरम और तिरुवरुर समेत छह जिलों में करीब 331 राहत कैम्प बनाये हैं।
मौसम विभाग ने मछुवारों को तमिलनाडु, पुडुच्चेरी और आंध्र प्रदेश के समुद्री इलाके में जाकर मछली मारने से मना किया है।
सरकार ने तूफान से प्रभावित होने के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किये हैं। राज्य स्तरीय हेल्पलाइन नंबर है- 1070 और जिला स्तरीय हेल्प लाइन नंबर है- 1077
गज तूफान की वजह से शुक्रवार रात तमिलनाडु के कई जिलों में तेज बारिश और तेज हवाओं से कई पेड गिर गये।
Tamil Nadu: Trees uprooted and houses damaged in Nagapattinam in the overnight rainfall and strong winds which hit the town. #GajaCyclonepic.twitter.com/9ObvcqJlDD
— ANI (@ANI) November 16, 2018
समय से पहले तमिलनाडु पहुंचा गज तूफान
बृहस्पतिवार रात में एक मौसम बुलेटिन में कहा गया है तूफान के पहुंचने के दौरान इसकी रफ्तार 90-100 किलोमीटर प्रति घंटे तक रहने का अनुमान है। इसके बाद इसकी रफ्तार 110 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।
इससे पहले भारतीय मौसम विभाग ने रात सात बजकर 50 मिनट पर एक बुलेटिन में कहा था कि तूफान का बाहरी असर पहले ही तट पर पहुंच गया है और तमिलनाडु के तटीय इलाकों में बारिश शुरू हो गई है।
नागपटि्टनम, तिरूवरूर, कुड्डालोर और रामनाथपुरम सहित सात जिलों में शैक्षाणिक संस्थानों में छुट्टी घोषित कर दी गयी है और सरकार ने निजी कंपनियों और प्रतिष्ठानों से अपने कर्मचारियों को जल्द वापस भेजने को कहा ताकि वे शाम चार बजे से पहले घर पहुंच सकें।