मणिपुर विश्वविद्यालय के चार प्रोफेसर ‘कदाचार’ के आरोप में निलंबित
By भाषा | Published: October 2, 2018 02:14 AM2018-10-02T02:14:51+5:302018-10-02T02:15:17+5:30
चारों प्रोफेसर मणिपुर विश्वविद्यालय टीचर्स एसोसिएशन (एमयूटीए) के सदस्य थे। विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति के युगिंद्र सिंह द्वारा 20 सितंबर को दर्ज करायी गयी प्राथमिकी में अमर को छोड़कर अन्य का नाम है।
इंफाल, 2 अक्टूबर: मणिपुर विश्वविद्यालय के चार प्रोफेसरों को कदाचार के आरोप में निलंबित कर दिया गया है।
रजिस्ट्रार प्रभारी एम श्यामेशो के दस्तखत वाले आदेश में कहा गया है कि अर्थशास्त्र विभाग के वाई अमर, एन निमाई (भौतिकी), एम रंजीत (गणित) और एन देवनंदा (जैवविज्ञान) पर कदाचार का आरोप है। निलंबन आदेश पर 29 सितंबर के दस्तखत है।
चारों प्रोफेसर मणिपुर विश्वविद्यालय टीचर्स एसोसिएशन (एमयूटीए) के सदस्य थे। विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति के युगिंद्र सिंह द्वारा 20 सितंबर को दर्ज करायी गयी प्राथमिकी में अमर को छोड़कर अन्य का नाम है। उन्होंने उन सभी पर अगवा करने, गलत तरीके से रोकने, हत्या की कोशिश समेत अन्य आरोप लगाए थे।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय के आदेश के तहत सिंह केंद्रीय विश्वविद्यालय में कार्यवाहक वीसी का कार्यभार संभालने गए थे लेकिन प्रदर्शनकारियों ने उनका घेराव किया था।
पूर्व कुलपति ए पी पांडे और छात्रों तथा अध्यापकों के बीच चले गतिरोध के कारण चार महीने से ज्यादा समय से विश्वविद्यालय में शैक्षाणिक गतिविधियां प्रभावित हुई।