बिहार के गया जिले में अज्ञात बीमारी से एक सप्ताह के भीतर चार लोगों की मौत, मचा हड़कंप, जांच में जुटी स्वास्थ्य विभाग की टीम
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 12, 2022 05:06 PM2022-06-12T17:06:12+5:302022-06-12T17:13:14+5:30
मृतकों में तीन महिलाएं व एक पुरुष शामिल हैं, जिनकी उम्र 35 से 55 वर्ष के बीच बताई जा रही है। उधर, एक के बाद एक चार लोगों की मौत से ग्रामीण सहमे हुए हैं और गांव छोड़ने का मन बना रहे हैं।
पटना:बिहार में गया जिले के भदवर थाना क्षेत्र के भदवर गांव में एक सप्ताह के अंदर अज्ञात बीमारी से चार लोगों की मौत हो जाने से हडकंप मच गया है। दो दिनों के बीच तीन लोगों की मौत हो गई। इनमें शुक्रवार को दो सगी बहनों की मौत हो गई थी। मृतकों में तीन महिलाएं व एक पुरुष शामिल हैं, जिनकी उम्र 35 से 55 वर्ष के बीच बताई जा रही है। उधर, एक के बाद एक चार लोगों की मौत से ग्रामीण सहमे हुए हैं और गांव छोड़ने का मन बना रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सिविल सर्जन के निर्देश पर मेडिकल टीम भदवर गांव पहुंची और दो बीमार लोगों का नमूना लिया। बताया जाता है कि अज्ञात बीमारी से जान गंवाने वाले लोगों में बाल गोविंद भुइंया की पत्नी अनरवा देवी, इंद्र भुइंया की पत्नी प्रेमनी देवी, फगुनिया भुइंया के बेटे सिरू और रामलाल भुइंया की पत्नी उर्मिला देवी शामिल हैं।
बहन की मौत की सूचना पर छकरबंधा केनुआटांड मृतका उर्मिला देवी शुक्रवार को भदवर गांव पहुंची थी, शनिवार को उसकी भी मौत हो गई। एक सप्ताह के भीतर चार लोगों की अचानक मौत से ग्रामीण अनहोनी की आशंका से सहमे हुए हैं। ग्रामीणों के मुताबिक इस बीमारी की चपेट में आने के बाद चक्कर आने लगता है और बेहोश होने के बाद फिर होश नहीं आता है।
बताया जाता है कि इस गांव के महादलित टोले में रहने वाले लोगों की आर्थिक हालत ठीक नहीं है। किसी तरह से लोग जीवन यापन करते हैं। यहां के लोगों का कहना है कि गांव में एक के बाद एक चार लोग असमय ही मौत के शिकार हो गए हैं। ऐसे में अब वे लोग गांव छोड़कर जाने का मन बना रहे हैं।
पूरे मामले पर डुमरिया पीएचसी के चिकित्सा पदाधिकारी धर्मवीर कुमार ने बताया कि मेडिकल टीम को प्रभावित गांव में भेजा गया था। टीम ने दो लोगों का सैंपल लिया है और बीमारी का पता लगाय जा रहा है। भदवर गांव के महादलित टोले में करीब 80 घर हैं। यहां के लोग किसी तरह लोग अपना जीवन-यापन कर रहे हैं। वर्तमान में लोग जिंदगी बचाने के लिए स्वयं ही कई तरह के उपाय करने पर मजबूर हैं।