पूर्व रेल मंत्री ललित नारायण मिश्रा के पोते और बिहार कांग्रेस के पूर्व एमएलए ऋषि ने छोड़ा साथ, सोनिया गांधी को इस्तीफा भेजा
By एस पी सिन्हा | Published: February 2, 2022 05:24 PM2022-02-02T17:24:57+5:302022-02-02T17:25:38+5:30
कांग्रेस आलाकमान सोनिया गांधी को लिखे पत्र में ऋषि मिश्रा ने कहा है कि उनके दादा स्वर्गीय ललित नारायण मिश्रा के सिद्धांतों पर बिहार में कांग्रेस पार्टी कोई काम नहीं कर रही है.
पटनाः बिहार में विधान परिषद चुनाव है. राजद ने कांग्रेस को सीट बंटवारे में भाव नहीं दिया तो वहीं दूसरी तरफ पार्टी के अंदर भी नाराजगी बढ़ती जा रही है. कांग्रेस के कद्दावर नेता स्व.ललित नारायण मिश्रा की जयंती के अवसर पर उनके पोते और पूर्व विधायक ऋषि मिश्रा ने कांग्रेस को अलविदा कह दिया.
उन्होंने सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेज दिया है. ऋषि मिश्रा ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया है. कांग्रेस आलाकमान सोनिया गांधी को लिखे पत्र में ऋषि मिश्रा ने कहा है कि उनके दादा स्वर्गीय ललित नारायण मिश्रा के सिद्धांतों पर बिहार में कांग्रेस पार्टी कोई काम नहीं कर रही है. ललित नारायण मिश्रा ने बिहार में कांग्रेस के लिए जो जमीन तैयार की, उसकी अनदेखी की जा रही है.
पार्टी में उनकी बात नहीं सुनी जाती है. ऋषि मिश्रा ने पिछले दिनों ही प्रदेश नेतृत्व के ऊपर कई गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने कहा था कि प्रदेश नेतृत्व केवल अपने परिवार के लिए राजनीति कर रहा है. बिहार में कांग्रेस के नेताओं को केवल अपने परिवार के लोगों का एडजस्टमेंट चाहिए और इसीलिए पार्टी की स्थिति बुरी होती जा रही है.
उन्होंने कहा कि प्रदेश नेतृत्व केवल अपने परिवार के लिए राजनीति कर रहा है. बिहार कांग्रेस में कभी मिश्रा परिवार की तूती बोलती थी. कांग्रेस से मिश्रा परिवार का करीब चार पीढ़ियों तक रिश्ता रहा. ललित नारायण मिश्र के पिता कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे. बाद में ललित नारायण मिश्रा और डा. जगन्नाथ मिश्रा भी कांग्रेस के कद्दावर नेता हुए. विजय मिश्रा और नीतीश मिश्रा कांग्रेस में नहीं रहे, लेकिन ललित बाबू के पोत ऋषि मिश्र चौथी पीढ़ी के सदस्य हुए जो कांग्रेस में थे.