पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल सुशील कुमार का बुधवार (27 नवंबर) को निधन हो गया। वह 79 वर्ष के थे। राजधानी दिल्ली स्थित सेना अनुसंधान और रेफरल अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। बीमारी के चलते उनका निधन हो गया। सुशील कुमार 1998 से 2000 तक नौसेना प्रमुख रहे थे।
एडमिरल सुशील कुमार ने अपनी किताब में 'ए प्राइममिनिस्टर टू रीमेम्बर: मेमोरीज ऑफ ए मिलिट्री चीफ' में कई दिलचस्प खुलासे किए थे। उनकी किताब पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के रक्षा संबंधी फैसलों को लेकर थी।
कारगिल युद्ध के दौरान एडमिरल सुशील कुमार नौसेना प्रमुख थे और उस दौरान अटल बिहारी वाजपेयी सरकार थी। एडमिरल सुशील कुमार ने अपनी किताब में लिखा कि संसद हमले के बाद पूर्व अटल बिहारी वाजपेयी ने सर्जिकल स्ट्राइक की तरह ही पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में हमला करने की रणनीति बनाई थी लेकिन फिर उन्होंने इस फैसले को टाल दिया था।
किताब में एडमिरल सुशील कुमार ने लिखा था कि 1999 की कारगिल की लड़ाई अटल बिहारी वाजपेयी की सबसे सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक थी। एडमिरल सुशील कुमार ने देश के सामरिक नुकसान को शानदार जीत में बदलने का श्रेय अटल बिहारी वाजपेयी को दिया था।
एडमिरल सुशील कुमार सेवानिर्वत्त होने के बाद करीब 15 वर्षों से नैनीताल के पास गोलुधार में रह रहे थे।
1965 और 1971 में पाकिस्तान के साथ हुए युद्ध में सुशील कुमार ने भी जंग लड़ी थी। उन्हें परम विशिष्ट सेवा मेडल, उत्तम युद्ध सेवा मेडल से नवाजा गया था।