मुजफ्फरपुर कांड के बाद मंत्री पद से इस्तीफा देने वाली मंजू वर्मा और उनके पति पर लटकी गिरफ्तारी तलवार
By एस पी सिन्हा | Published: August 22, 2018 02:39 PM2018-08-22T14:39:54+5:302018-08-22T14:39:54+5:30
मुजफ्फरपुर मामले की जांच कर रही सीबीआई ने 17 अगस्त को मंजू वर्मा के बेगूसराय जिले के आवास पर छापेमारी की थी तो उस दौरान 50 कारतूस बरामद किए गए थे।
पटना, 22 अगस्तःबिहारे के मुजफ्फरपुर स्थित बालिका गृह यौन उत्पीड़न कांड में समाज कल्याण मंत्री के पद से इस्तीफा देने वाली पूर्व मंत्री मंजू वर्मा और उनके पति चंद्रशेखर वर्मा पर अब गिरफ्तारी की तलवार लटकने लगी है। दरअसल, मंजू वर्मा पर अवैध कारतूस रखने का आरोप है। ऐसे में आर्म्स एक्ट के तहत उन दोनों की कभी भी गिरफ्तारी हो सकती है।
उल्लेखनीय है कि मुजफ्फरपुर मामले की जांच कर रही सीबीआई ने 17 अगस्त को मंजू वर्मा के बेगूसराय जिले के आवास पर छापेमारी की थी तो उस दौरान 50 कारतूस बरामद किए गए थे। इस मामले में सीबीआई के डीएसपी ने चेरिया बरियारपुर थाने में मामला दर्ज कराया था।
बेगूसराय पुलिस ने जब्त किए गए सभी कारतूसों को जांच के लिए पटना के विधि विज्ञान प्रयोगशाला में भेजा था। जहां जांच में पता चला कि बरामद किए गए सभी कारतूस अवैध हैं। बेगूसराय के एसपी आदित्य कुमार ने कहा जांच रिपोर्ट में पता चला है कि मंजू वर्मा के घर से जितने भी कारतूस बरामद किए गए हैं, वे सभी अवैध हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि जिला पुलिस को जांच रिपोर्ट का इंतजार है। जांच रिपोर्ट मिलते ही पुलिस दोनों की गिरफ्तारी की कार्रवाई करेगी। वहीं एसपी ने यह भी बताया कि मंजू वर्मा के पुत्र ने मंगलवार को उनसे मिलकर गुहार लगाई है कि उनके घर से बरामद किए गए कारतूस उनके नहीं हैं। एसपी ने बताया कि उन्होंने मंजू वर्मा के पुत्र को उक्त बातें लिखित रूप से देने को कहा है। उन्होंने कहा कि अगर उनके द्वारा लिखित आवेदन दी जाती है तो उस आवेदन के आलोक में भी जांच कराई जाएगी।
उल्लेखनीय है कि विगत शुक्रवार को मंजू वर्मा के श्रीपुर के अर्जुन टोला स्थित आवास पर सीबीआइ की छापेमारी के दौरान पचास राउंड कारतूस बरामद किए गए थे। सीबीआई ने पूर्व मंत्री के घर में रखे एक बॉक्स से 32 बोर के 15 कारतूस, 8 एमएम बोर के 10 कारतूस, 7.62 बोर के 19 कारतूस एवं थ्री नोट थ्री बोर के छह कारतूस बरामद किए थे। उक्त सभी कारतूस प्रतिबंधित श्रेणी के हैं।
एसएलआर जैसे अत्याधुनिक हथियारों में इस्तेमाल होने वाले ये कारतूस सामान्य लोगों के लिए प्रतिबंधित हैं। इस मामले में सीबीआई ने मंजू वर्मा और उनके पति से पूछताछ भी की थी। लेकिन उन्होंने सीबीआई अधिकारियों को इस संबंध में कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया था।
वहीं, एसपी आदित्य कुमार ने बताया कि मंजू वर्मा को कुल 16 अंगरक्षक व हाउसगार्ड उपलब्ध कराए गए थे। इनमें 1/4 को हाउसगार्ड, 1/4 स्कॉर्ट पार्टी, तीन अंगरक्षक और तीन विशेष शाखा के अंगरक्षक उपलब्ध कराए गए थे। इनमें दो अंगरक्षक एसएलआर से लैस थे। लेकिन दोनों ही एसएलआरधारी अंगरक्षकों की गोलियों का जब हिसाब किया गया तो वे ठीक पाए गए। ऐसे में सवाल उठता है कि मंजू वर्मा के घर प्रतिबंधित श्रेणी के कारतूस कहां से आए?
यहां बता दें कि बीते दिनों ब्रजेश ठाकुर द्वारा संचालित मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में 34 नाबालिक लडकियों के साथ यौन शोषण का मामला सामने आया था। आरोप था कि इस मामले के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर और मंजू वर्मा के पति चंद्रशेखर वर्मा के बीच बातचीत होती थी। इन आरोपों के बीच नीतीश कुमार की सरकार में मंत्री मंजू वर्मा ने 8 अगस्त को समाज कल्याण मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद सीबीआई ने मंजू वर्मा के पटना समेत कई ठिकानों पर छापेमारी की थी।