पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और उनकी बेटी इल्तिजा घर में नजरबंद!, पीडीपी नेता को 15 दिनों की हिरासत में भेजा
By सुरेश एस डुग्गर | Published: November 27, 2020 04:40 PM2020-11-27T16:40:39+5:302020-11-27T21:27:25+5:30
पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने ट्विटर हैंडल के जरिए इसकी जानकारी दी। उन्होंने लिखा कि उन्हें ‘अवैध रूप से’ फिर से हिरासत में लिया गया है। दो दिनों से वह जम्मू कश्मीर प्रशासन से वाहिद पारा के परिवार से मिलने की अनुमति मांग रखी हैं परंतु इनकार कर दिया गया।
जम्मूः पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती को एक बार फिर उनके घर में नजरबंद कर दिया गया है। वे अपनी पार्टी के उस नेता के परिवार से मिलने जाने वाली थी, जिसे आतंकी गठजोड़ के आरोपों में 15 दिनों की हिरासत में भेजा गया है।
नजरबंदी के आरोप महबूबा की बेटी ने लगाए हैं जबकि पीडीपी नेता वाहीद पारा को कोर्ट ने हिरासत में भेजा है। महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को दावा किया कि उन्हें और उनकी बेटी इल्तिजा मुफ्ती को घर में नजरबंद कर दिया गया है। वह पिछले दो दिनों से जिला प्रशासन से पार्टी नेता वाहीद पारा के पुलवामा स्थित आवास पर जाने की अनुमति मांग रही थी, जो उन्हें नहीं दी जा रही है। जानकारी के लिए पारा को गत बुधवार को एनआइए ने टेरर फंडिंग मामले में दिल्ली में गिरफ्तार किया था और अब उसे 15 दिनों की हिरासत में भेजा गया है।
महबूबा ने स्वयं अपने ट्विटर हैंडल के जरिए इसकी जानकारी दी। उन्होंने लिखा कि उन्हें ‘अवैध रूप से’ फिर से हिरासत में लिया गया है। दो दिनों से वह जम्मू कश्मीर प्रशासन से वाहिद पारा के परिवार से मिलने की अनुमति मांग रखी हैं परंतु उन्हें इनकार कर दिया गया।
तैनात जवानों ने उन्हें बाहर जाने की अनुमति नहीं दी
महबूबा आज शुक्रवार को जब अपने घर से कहीं जाने के लिए निकल रहीं थी तो उनकी सुरक्षा में तैनात जवानों ने उन्हें बाहर जाने की अनुमति नहीं दी। पूछे जाने पर जब कोई जवाब नहीं मिला तो उन्होंने इस संबंध में पुलिस अधिकारियों से पूछा। किसी से कोई उत्तर नहीं मिला।
इस पर आक्रोशित होकर महबूबा मुफ्ती ने अपने ट्वीटर हैंडल पर प्रशासन की इस कार्रवाई का विरोध करते हुए कहा कि भाजपा के केंद्रीय मंत्रियों, उनके समर्थन करने वाले नेताओं व उनकी कठपुतलियों को कश्मीर के हर कोने में घूमने की अनुमति है, लेकिन सुरक्षा केवल मेरे मामले में एक समस्या है।
इस बीच एनआईए कोर्ट ने पीडीपी के नेता और यूथ विंग के प्रधान वाहीद-उर-रहमान पारा को हिज्बुल मुजाहिदीन आतंकी समूह के साथ अपने कथित संबंधों के लिए 15 दिनों की हिरासत में भेज दिया। आज शुक्रवार को एनआईए ने वाहीद पारा को जम्मू में एनआइए अदालत में पेश किया।
अदालत ने पारा को 15 दिन के लिए एनआइए की कस्टडी में भेज दिया
जांच एजेंसी द्वारा कोर्ट को सौंपे गए तथ्यों के आधार पर अदालत ने पारा को 15 दिन के लिए एनआइए की कस्टडी में भेज दिया।इससे पहले एजेंसी के नई दिल्ली मुख्यालय में दो दिनों तक सोमवार और मंगलवार को पारा से पूछताछ भी की थी परंतु जब उनसे कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला तो जांच को आगे बढ़ाने के लिए एजेंसी ने उन्हें बुधवार को गिरफ्तार कर लिया।
गत वीरवार को उन्हें दिल्ली की एक अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें जम्मू एनआइए कोर्ट में पेश करने के लिए ट्रांजिस्ट रिमांड दिया गया। आज दोपहर को पारा को जम्मू की एनआइए कोर्ट में पेश किया गया। दक्षिण कश्मीर के जिला पुलवामा से हाल ही में जिला विकास परिषद (डीडीसी) चुनावों के लिए पारा ने अपना नामांकन दाखिल किया था।
एनआइए ने पारा को गत बुधवार को इरफ़ान शफी मीर के साथ कथित रूप से घनिष्ठ संबंध रखने के आरोप में गिरफ्तार किया। इरफान को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादी नवीद बाबू और जम्मू कश्मीर के निलंबित डीएसपी दविंदर सिंह के साथ गिरफ्तार किया था।