मोसुल में मारे गए 39 भारतीयों का शव लेने इराक जाएंगे वीके सिंह, डीएनए टेस्ट से हुई शवों की पहचान
By भारती द्विवेदी | Published: March 20, 2018 01:03 PM2018-03-20T13:03:57+5:302018-03-20T13:06:07+5:30
सुषमा स्वराज ने बताया कि 38 भारतीयों का डीएनए मैच हो गया है, जबकि 39वें शख्स का डीएनए 70 प्रतिशत तक ही मैच हुआ है।
नई दिल्ली, 20 मार्च: इराक के मोसुल में चार साल मार्च से लापता 39 भारतीयों की मौत हो चुकी है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने लोकसभा में इस बात की जानकारी दी है। विदेश मंत्री ने राज्यसभा में ये कहा है कि इराक में मारे गए भारतीयों के शव लेने के लिए विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह इराक जाएंगे। शव लेकर विमान पहले अमृतसर फिर पटना और आखिरी में कलकत्ता जाएगा।
वहीं कांग्रेस नेता शशि थरूर ने सरकार पर सवाल उठाया है। न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा है- 'ये हर भारतीय के लिए दुख की खबर है। लेकिन मैं ये जानना चाहता हूं कि ये जानकारी देने में सरकार ने देर क्यों की? सरकार को ये बताना चाहिए की ये कैसे हुआ, वो लोग कब मरे। साथ ही सरकार ने उनके परिवार वालों को जो उम्मीद दी थी वो गलत है।'
This is saddening for every Indian, rest I would ask why was this information delayed by the govt, they should tell how it happened, when they died. Also, the way govt gave high hopes to the families was not right: Shashi Tharoor, Congress on death of 39 Indians in Iraq's Mosul. pic.twitter.com/dZ3EGVtwYh
— ANI (@ANI) March 20, 2018
दरअसल 11 जून 2014 को इराक के मोसुल से ISIS के आतंकियों ने 80 लोगों का अपहरण किया था। जिसमें से 40 भारतीय और 40 बंगलादेशी थे। पंजाब के रहने वाले हरजीत वहां से भागने में सफल हो गए थे। देश लौटकर हरजीत ने कहा था कि सबकी गोली मारकर हत्या कर दी गई है। उसे भी गोली मारी गई थी लेकिन वो किसी तरह बच गया। मारे गए 39 लोगों में 31 पंजाब के हैं। बाकी 4 लोग हिमाचल प्रदेश के हैं। वहीं, बिहार और पश्चिम बंगाल के लोग भी शामिल हैं।