जम्मू: पहली बार जम्मू-कश्मीर सरकार जम्मू-कश्मीर के स्कूलों में छात्राओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण प्रदान करेगी। केंद्र प्रायोजित योजना-समग्र शिक्षा के तहत छात्राओं को यह प्रशिक्षण दिया जाएगा। स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग (डीएसईएल) ने रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण (आरएलएआरपी)-आत्मरक्षा प्रशिक्षण घटक के तहत कार्यक्रम के लिए धनराशि पहले ही स्वीकृत कर दी है।
केंद्रीय प्रायोजित योजना समग्र शिक्षा के तहत जम्मू-कश्मीर के 9768 स्कूलों 7321 उच्च प्राथमिक विद्यालयों और 2447 माध्यमिक और वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में छात्राओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस संबंध में डीएसईएल ने प्रारंभिक और माध्यमिक स्तर की कक्षाओं के लिए 1098.15 लाख रुपये के अनुमानित परिव्यय को मंजूरी दी है, जिसमें तीन महीने के उच्च प्राथमिक विद्यालयों के लिए 15,000 रुपये प्रति स्कूल प्रति माह का अनुमान है।
इसके अलावा जम्मू-कश्मीर में माध्यमिक और वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में आत्मरक्षा प्रशिक्षण आयोजित करने के लिए 3.67 करोड़ रुपये (15,000 रुपये प्रति स्कूल प्रति माह) की राशि को मंजूरी दी गई है। इसके मद्देनजर जम्मू-कश्मीर समग्र शिक्षा के परियोजना निदेशालय ने स्कूलों में रक्षा-प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने के लिए मुंबई की एक फर्म- एडुस्पार्क इंटरनेशनल को अनुबंधित किया है।
फर्म जीईएम पर जारी बोली दस्तावेज के तकनीकी और वित्तीय मानदंडों में योग्य रही है और इस प्रक्रिया में एलआई के रूप में चुनी गई है। फर्म द्वारा प्रस्तुत वचनबद्धता के आधार पर वर्ष 2022-23 के परियोजना अनुमोदन बोर्ड (पीएबी) की बैठक में लड़कियों के लिए आत्मरक्षा प्रशिक्षण के तहत अनुमोदित विद्यालयों में आत्मरक्षा प्रशिक्षण देने की प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया गया है।