जम्मू-कश्मीर में पहली बार सबसे अधिक तीर्थयात्री करेंगे हज, सर्वाधिक 132 महिलाएं भी जाएंगी सऊदी
By आजाद खान | Published: April 3, 2023 03:23 PM2023-04-03T15:23:21+5:302023-04-03T16:16:35+5:30
जम्मू-कश्मीर हज समिति की पहली महिला अध्यक्ष सफीना बेग ने बताया कि वह इस साल बहुत खुश है कि सरकार ने हज यात्रा के लिए वीआईपी कोटे को हटा दिया है। इस कोटा के हट जाने से आम जनता को इसका सीधा फायदा पहुंचेगा।
जम्मू: इस साल केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर से कुल 11,459 तीर्थयात्री सऊदी अरब में हज के लिए जाने वाले है जो अब तक की सबसे अधिक संख्या है। इन 11,459 तीर्थयात्रियों में 132 तीर्थयात्री ऐसी है जो महिला है और वे अकेले ही सऊदी अरब में हज के लिए जाएंगी। बता दें कि इस साल जो महिलाएं बिना किसी महरम के (किसी पुरुष के साथ नहीं, बल्कि अकेले ही) हज के लिए जा रही है उनके नाम का खुलासा एक ड्रा के जरिए किया गया है।
बिना किसी महरम के यानी सोलो महिला को हज पर के लिए इस साल सऊदी अरब सरकार ने अपने नियमों में बदलाव किया है और छूट दिया है कि 45 वर्ष से अधिक आयु की अकेली महिला तीर्थयात्री यात्रा कर सकती हैं। ऐसे में सऊदी सरकार द्वारा छूट देने के बाद भारत सरकार ने भी अपने नियमों में बदलाव किया है।
इस साल वीआईपी कोटा हटने से खुश है सफीना बेग
जम्मू-कश्मीर हज समिति की पहली महिला अध्यक्ष सफीना बेग के अनुसार, शुक्रवार को हज कमेटी ऑफ इंडिया द्वारा 14,217 आवेदनों को एक डिजिटल ड्रॉ के माध्यम से इस साल हज करने वालों का सेलेकश्न हुआ था। सफीना के मुताबिक, केवल जम्मू में ही नहीं बल्कि इस साल लद्दाख से भी कुल 457 तीर्थयात्रियों को चुना गया है जो इस साल हज को जाएंगे।
उनके अनुसार, इस साल जम्मू-कश्मीर को अब तक का सबसे ज्यादा कोटा मिला है, जिसमें चयन के लिए एक "फूल-प्रूफ" तरीके को अपनाया गया है। ऐसे में सफीना ने बताया कि वे ऐसा उम्मीद करती है कि सभी प्रक्रिया पूरी होने के बाद वेटिंग लिस्ट में शामिल 2758 में से 1000 तीर्थयात्री इस साल हज कर पाएंगे। सफीना ने इस बात की खुशी जाहिर की है कि केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय ने हज करने वालों में से वीआईपी कोटा (मंत्रियों, सांसदों आदि के लिए) को हटा दिया है और अब सभी सीट केवल जनता के लिए है।
बता दें कि अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय ने भारत की केंद्रीय हज समिति और भारत की अन्य हज समितियों के परामर्श से एक नीति तैयार की है जिससे हज करने की प्रक्रिया आसान हो और उसकी सुविधा हर किसी को मिल सके। ऐसे में इसके नियमों में कुछ बदलाव भी किए गए है।
कई और हुए है बदलाव
सफीना ने बताया कि कुल 1300 आवेदन मिले है जिसमें हज करने वालों की आयु 70 साल है, ऐसे में इन लोगों को बिना किसी ड्रा में शामिल हुए इन्हें हज पर जाने की अनुमति दे दी गई है। यह नहीं एक जिले से कम से कम चार महिलाओं वाले नियम को भी इस साल से हटा दिया गया जो महिलाएं बिना किसी ‘पुरुष’ साथी के हज करती थी।
इसके अलावा जिस हज को करने के लिए पहले करीब चार लाख लगते थे अब वही हज तीन लाख 70 या 80 हजार में हो जा रहा है। यही नहीं हज के लिए आवेदन करते समय जो 300 रुपए लगते थे, सरकार ने उसे भी हटा दिया है। सरकार ने केवल 2100 सऊदी रियाल ले जाने वाले नियम को भी हटा दिया है। ऐसे में इस साल हज करने वालों के चयन में इस बात का भी ध्यान रखा गया है कि इस बार कोई दोबारा हज करने वाला गलती से इस लिस्ट में शामिल न हो जाए क्योंकि यह मौका सबको मिलना चाहिए।