भाजपा MLA अश्वथ के खिलाफ केस दर्ज, बोले प्रियांक खड़गे- बीजेपी ढीली तोप बन गई है, जीभ और दिमाग के बीच का संपर्क खो दिया है
By अनिल शर्मा | Published: May 25, 2023 11:11 AM2023-05-25T11:11:32+5:302023-05-25T12:03:54+5:30
कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खड़गे ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा ढीली तोप बन गई है। उन्होंने अपनी जीभ और दिमाग के बीच का संपर्क खो दिया है। वे बोलने से पहले सोचते नहीं हैं ... उन्हें लगता है कि वे इससे दूर हो सकते हैं। यह नहीं होने वाला कर्नाटक में।
बेंगलुरुः कर्नाटक के पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक सीएन अश्वथ नारायण अपने एक बयान को लेकर मुश्किलों में फंस गए हैं। भाजपा नेता के खिलाफ मैसूर के देवराजा पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज की गई है। अश्वथ ने अपने बयान में मौजूदा मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को टीपू सुल्तान की तरह खत्म कर देने की बात कही थी।
दरअसल इसी साल फरवरी में तत्कालीन मंत्री सीएन अश्वथ नारायण ने मांड्या जिले के सतनूर में एक सार्वजनिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा था कि सिद्धारमैया टीपू सुल्तान की जगह पर आएंगे। क्या आप वीर सावरकर या टीपू सुल्तान चाहते हैं? भाजपा नेता ने कहा था कि आपको फैसला करना होगा। इतना ही नहीं, उन्होंने कहा था कि आप जानते हैं कि उरी गौड़ा और नानजे गौड़ा ने टीपू सुल्तान के साथ क्या किया था। इसी तरह से सिद्दरमैया को खत्म कर देना चाहिए।
अश्वथ के इस बयान पर काफी हंगामा हुआ था। अब जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आई है तो भाजपा नेता पर कार्रवाई की गई है। कांग्रेस के नेता अश्वथ की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खड़गे ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा ढीली तोप बन गई है। उन्होंने अपनी जीभ और दिमाग के बीच का संपर्क खो दिया है। वे बोलने से पहले सोचते नहीं हैं ... उन्हें लगता है कि वे इससे दूर हो सकते हैं। यह नहीं होने वाला कर्नाटक में।
#WATCH | Karnataka Minister Priyank Kharge says, "BJP has become loose cannons. They have lost the connect between their tongue and their brain. They don't think before they speak...They think they can get away with it. That is not going to happen anymore in Karnataka. People… https://t.co/vn8KQUx8L0pic.twitter.com/osh0EXOZ4B
— ANI (@ANI) May 25, 2023
प्रियांग खड़गे ने कहा कि लोगों को इस बारे में बहुत सावधान रहने की जरूरत है कि वे क्या बोलते हैं। जब तक वे अपने अधिकारों के साथ ठीक हैं, हमें कोई समस्या नहीं है, लेकिन आप मुख्यमंत्री या मुख्यमंत्री के कार्यालय को नीचा नहीं दिखा सकते हैं और इससे बच सकते हैं।
गौरतलब है कि बयान को लेकर विवाद बढ़ने के बाद अश्वथ ने माफी भी मांगीथी। अश्वथ ने सफाई देते हुए कहा था कि उन्होंने सिद्दरमैया की तुलना टीपू सुल्तान से की थी। ये एक वैचारिक अंतर है। अगर किसी को मेरे बयान से ठेस पहुंची है तो मैं माफी मांग लेता हूं।