लोकसभा चुनावः प्रियंका ने कहा, जीएसटी और नोटबंदी की वजह से भदोही के बुनकरों का 10 हजार करोड़ बर्बाद हुआ
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 22, 2019 08:20 PM2019-04-22T20:20:55+5:302019-04-22T20:22:13+5:30
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने केन्द्र में सत्तारूढ़ भाजपा पर लोकसभा चुनाव में झूठ को प्रचार का हथियार बनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस पार्टी के लिये जनता नहीं बल्कि बड़े—बड़े उद्योगपति और सत्ता महत्वपूर्ण है।
प्रियंका ने अपनी मां पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय निर्वाचन क्षेत्र रायबरेली के अमावां में आयोजित एक जनसभा में कहा कि यहां की जनता ने राजनीति की ऐसी मिसाल देखी है, जो समझती है कि सेवा और समर्पण ही सियासत का मकसद है।
सोनिया गांधी आपकी सांसद हैं और आपने खुद ही देखा कि आपके क्षेत्र के लिये उन्होंने विकास के कौन—कौन से कार्य किये हैं। उन्होंने यह एहसान नहीं बल्कि फर्ज मानकर किया। उन्होंने भाजपा पर चुनाव प्रचार में सिर्फ झूठ फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा ''आपने देखा होगा कि आजकल देश भर में विपरीत राजनीति चल रही है। ऐसी सियासत चल रही है, जिसके नेता यह समझते हैं कि सत्ता सब उन्हीं की है। उनके लिये जनता महत्वपूर्ण नहीं है बल्कि मंत्री महत्वपूर्ण है, बड़े—बड़े उद्योगपति और उनकी सत्ता महत्वपूर्ण है। इसकी मिसाल आप देश भर के साथ—साथ रायबरेली में भी देख रहे हैं।''
भाजपा के उम्मीदवार (दिनेश प्रताप सिंह) हैं, उन्हें मैं अच्छी तरह जानती हूं
प्रियंका ने कहा ''रायबरेली से जो भाजपा के उम्मीदवार (दिनेश प्रताप सिंह) हैं, उन्हें मैं अच्छी तरह जानती हूं। मैं ही हूं, जिसके पैर पकड़कर इन्होंने कहा था कि दीदी, आप मेरी बहन हैं, जान चली जाएगी लेकिन मैं आपका साथ नहीं छोड़ूंगा। ये उनके लफ्ज़ थे, जब वह कांग्रेस में थे। कुछ ही दिनों बाद भाजपा में शामिल हुए और उसके कुछ दिन बाद यहां प्रचार शुरू किया और जिस तरह से प्रचार कर रहे हैं, वह आप सब मुझसे ज्यादा अच्छी तरह जानते हैं। यह कैसी राजनीति है?''
उन्होंने कहा ''पांच साल पहले जनता ने विश्वास करके भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनायी थी। मगर, मैं जहां—जहां भी जा रही हूं, असलियत दिख रही है। एक तरफ टीवी चलायें तो दिखेगा कि भगवान जाने क्या—क्या तरक्की हुई है इनके राज में। दूसरी तरफ वह असलियत है जो आप जी रहे हैं।
मैं फैजाबाद गयी, वहां एक किसान ने हाथ जोड़कर रोते हुए कहा कि कुछ भी करिये, इस सरकार को हटवाइये। इनके राज में हमें फसल बचाने के लिये रात भर खेतों में बैठना पड़ रहा है।'' कांग्रेस महासचिव ने कहा कि जीएसटी और नोटबंदी की वजह से भदोही के बुनकरों का 10 हजार करोड़ रुपये का व्यापार बर्बाद हो गया।
किसी परियोजना के लिये मल्लाहों के 10 हजार परिवारों के पट्टे ले लिये गये हैं, और उसके बदले उन्हें कुछ नहीं मिला। आशा बहुओं और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को मानदेय नहीं मिलता। दो महीने में कोई ऐसा नौजवान नहीं मिला, जिसे इस सरकार ने रोजगार दिया हो। यह असलियत है।''
रायबरेली की विकास परियोजनाओं को जानबूझकर बंद कराया गया
उन्होंने कहा ''मीडिया में बड़ा—बड़ा प्रचार हो रहा है। यह एकदम अलग तरह की सियासत है। इससे पहले, जो भी नेता आपके सामने चुनाव लड़ने के लिये आये, वे सब समझते थे कि हमें बनाने वाले आप हैं। आपने हम पर एहसान किया है और हमें उसे आपकी भलाई करके चुकाना है।'' प्रियंका ने केन्द्र सरकार पर रायबरेली का विकास रोकने का आरोप लगाते हुए कहा कि केन्द्र में मोदी सरकार के आने के बाद रायबरेली की विकास परियोजनाओं को जानबूझकर बंद कराया गया।
रायबरेली के एम्स में 900 बेड को घटाकर 600 बेड कर दिया गया। अब एम्स की इमारत का निर्माण कार्य भी बंद हो गया है। उन्होंने कहा कि इसी तरह इंदिरा गांधी महिला विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य भी बंद कर दिया। अमेठी में फूड पार्क बनना था, मगर उस परियोजना को भी खत्म कर दिया गया।
रायबरेली में हम मसाला पार्क बनाने वाले थे, उसे भी नहीं बनने दिया गया। मोटर ट्रेनिंग केन्द्र और रिंग रोड परियोजना का भी यही हश्र हुआ। अगर सरकार की नीयत साफ थी तो उसे इस बात से मतलब नहीं होना चाहिये था कि यहां का सांसद कौन है। उसे तो यहां की जनता के भले से मतलब होना चाहिये था।