हैदराबाद मुठभेड़ का असर, बलात्कार पीड़िताओं के परिजनों ने आरोपियों के साथ ‘दिशा मामले’ जैसे न्याय की मांग की
By भाषा | Published: December 7, 2019 06:19 AM2019-12-07T06:19:15+5:302019-12-07T06:19:15+5:30
तेलंगाना में हाल में बलात्कार के बाद मार दी गई दो पीड़िताओं के परिजनों ने गिरफ्तार आरोपियों के साथ ‘‘दिशा मामले जैसे व्यवहार की मांग की।’
तेलंगाना में हाल में बलात्कार के बाद मार दी गई दो पीड़िताओं के परिजनों ने गिरफ्तार आरोपियों के साथ ‘‘दिशा मामले जैसे व्यवहार की मांग की।’’ एक दलित महिला और 19 वर्ष की एक लड़की की क्रमश: कुमराम भीम आसिफाबाद और वारंगल जिलों में 25 और 27 नवम्बर को बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई थी।
दलित महिला का शव कुमराम भीम आसिफाबाद जिले में मिला था। उसके सिर को किसी पत्थर से कुचल दिया गया था जबकि उसके शरीर पर धारदार हथियार से हमले के निशान थे। घटना में तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया था। 19 वर्षीय लड़की से उसके ब्वायफ्रेंड ने वारंगल जिले में 27 नवम्बर को उसके जन्मदिन के दिन बलात्कार करके उसकी हत्या कर दी थी। व्यक्ति को 28 नवम्बर को गिरफ्तार कर लिया गया था।
एक रिश्तेदार ने कुमराम भीम आसिफाबाद जिले में संवाददाताओं से कहा,‘‘जिस तरह से दिशा मामले में आरोपियों को मुठभेड़ में मार दिया गया, हमारी परिवार की सदस्य से बलात्कार और हत्या के लिए गिरफ्तार तीन आरोपियों के साथ उसी कड़ाई के साथ निपटा जाना चाहिए और उन्हें मुठभेड़ में मार दिया जाना चाहिए।’’ वारंगल में 19 वर्षीय लड़की के परिवार के सदस्यों और उसकी मां ने प्रदर्शन किया और इस मांग को लेकर नारेबाजी की कि गिरफ्तार किये गए आरोपियों को ‘‘दिशा मामले की तरह ही तत्काल मार दिया जाना चाहिए।’’ भाषा अमित उमा उमा