Fact Check: रामदेव की दवा 'कोरोनिल' पर रोक लगाने वाले डॉक्टर को हटाने की खबर पर सरकार ने दिया जवाब

By अनुराग आनंद | Published: June 26, 2020 07:44 PM2020-06-26T19:44:41+5:302020-06-26T19:46:36+5:30

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे आयुष मंत्रालय के एक डॉक्टर को हटाए जाने की खबर की पड़ताल सरकारी संस्था पीआईबी ने की है।

Fact Check: Government responded to the news of removal of doctors who stop Ramdev's drug 'Coronil' | Fact Check: रामदेव की दवा 'कोरोनिल' पर रोक लगाने वाले डॉक्टर को हटाने की खबर पर सरकार ने दिया जवाब

बाबा रामदेव की दवा पर रोक लगाने वाले डॉक्टर को ड्यूटी से हटाए जाने की खबर गलत (फाइल फोटो)

Highlightsपीआईबी ने कहा कि हाल के दिनों में किसी भी चिकित्सा अधिकारी को किसी भी ड्यूटी या सेना से नहीं हटाया गया है। पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ नाम की आईडी से फैलाई जा रही खबर को केंद्र सरकार ने गलत बताया है।बाबा रामदेव की दवा पर फिलहाल केंद्र सरकार की आयुष मंत्रालय ने रोक लगा दी है।

नई दिल्ली: योग गुरु बाबा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद (Patanjali) ने कोरोना वायरस ( COVID-19) के इलाज के लिए 'दिव्‍य कोरोनिल टैबलेट' (Divya Coronil Tablet) पेश की है। जिसको लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस दवा पर आयुष मंत्रालय ने रोक लगा दी है और पूरी जानकारी मांगी है।

इसी बीच सोशल मीडिया पर एक खबर वायरल हो रही है कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने रामदेव की दवा पर रोक लगाने वाले डॉक्टर को नौकरी से हटा दिया है। 

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस खबर की पड़ताल सरकार संस्था पीआईबी ने की है। पीआईबी ने सरकार की तरफ से कहा है कि योग गुरु रामदेव की कंपनी पतंजलि की दवा कोरोनिल पर रोक लगाने वाले डॉक्टर मुजाहिद हुसैन को आयुष मंत्रालय से हटाए जाने का दावा गलत है। 

पीआईबी ने इस मामले में कहा है कि आयुष मंत्रालय ने बताया है कि हाल के दिनों में किसी भी चिकित्सा अधिकारी को किसी भी ड्यूटी या सेना से नहीं हटाया गया है। 

BJP के सांसद और केंद्रीय मंत्री रह चुके सत्‍यपाल सिंह ने कहा कि यह समय विवादों का नहीं है-

इसी बीच आयुष मंत्रालय के रुख से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद और केंद्रीय मंत्री रह चुके सत्‍यपाल सिंह ने ट्वीट किया है। सत्‍यपाल सिंह के ट्वीट से प्रतीत हो रहा है कि वह आयुष मंत्रालय द्वारा दवा पर तत्काल रोक लगाने के फैसले से नाराज हैं।  

सत्‍यपाल सिंह ने ट्वीट कर लिखा है, ''यह सही समय है जब आयुर्वेद के आचार्य, आयुर्वेद- प्रेमी, तथा भारत सरकार मिलकर आयुर्वेद को योग की तर्ज पर दुनियां में स्थापित कर सकते हैं। समय बड़े स्वार्थों को समझने का है,विवाद का नहीं, संवाद का है।'' अपने इस ट्वीट में सत्‍यपाल सिंह ने आयुष मंत्रालय, पीएमो इंडिया, पीएम नरेंद्र मोदी और योग गुरु बाबा रामदेव को टैग भी किया।

योग गुरु बाबा रामदेव ने 'कोरोनिल' की लॉन्चिंग पर क्या-क्या दावे किए थे? 

-  'दिव्‍य कोरोनिल टैबलेट' और कोरोना किट को लेकर योग गुरु बाबा रामदेव ने दावा कि ये कोरोना वायरस की सबसे पहली आयुर्वेदिक दवा है। कोरोनिल को लेकर दावा किया गया कि इससे सात दिन में ही कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज किया जा सकता है। 

 'दिव्‍य कोरोनिल टैबलेट' (Divya Coronil Tablet) (तस्वीर स्त्रोत- पतंजलि आयुर्वेद)

- योग गुरु बाबा रामदेव ने दावा किया है कि कोरोनिल में गिलोय, अश्‍वगंधा, तुलसी, श्‍वसारि रस और अणु तेल का मिश्रण है। उनके मुताबिक, यह दवा दिन में दो बार- सुबह और शाम को ली जा सकती है।

- योग गुरु बाबा रामदेव ने दावा किया है  इस दवाई पर हमने दो ट्रायल किए हैं, 100 लोगों पर क्लीनिकल स्टडी की गई उसमें 95 लोगों ने हिस्सा लिया। 3 दिन में 69 प्रतिशत मरीज ठीक हो गए,  7 दिन में 100 फीसदी मरीज ठीक हो गए। योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा है कि इस इस दवा का ट्रायल 280 लोगों पर किया गया है।

Web Title: Fact Check: Government responded to the news of removal of doctors who stop Ramdev's drug 'Coronil'

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