अमर सिंह का पार्थिव शरीर सिंगापुर से दिल्ली लाया गया, सोमवार को छतरपुर में होगा अंतिम संस्कार
By भाषा | Published: August 2, 2020 09:59 PM2020-08-02T21:59:07+5:302020-08-02T21:59:07+5:30
राज्यसभा सदस्य अमर सिंह के पार्थिव शरीर को चार्टर्ड विमान से रविवार शाम सिंगापुर से दिल्ली लाया गया, इस दौरान उनकी पत्नी पंकजा भी साथ थीं।
नई दिल्ली। राज्यसभा सदस्य अमर सिंह के पार्थिव शरीर को रविवार शाम सिंगापुर से दिल्ली लाया गया। परिवार के करीबी सूत्रों ने इसकी जानकारी दी। गौरतलब है कि सिंह (64) का शनिवार को सिंगापुर के एक अस्पताल में निधन हो गया था। उनका किडनी से जुड़ी बीमारियों का इलाज चल रहा था।
सूत्रों ने बताया कि एक चार्टर्ड विमान से उनके पार्थिव शरीर को दिल्ली लाया गया। इस दौरान उनकी पत्नी पंकजा भी साथ थीं। अमर सिंह का अंतिम संस्कार सोमवार सुबह छत्तरपुर श्मशान घाट में होगा। सूत्रों ने बताया कि कोविड-19 प्रोटोकॉल के कारण सिंह के अंतिम संस्कार में बहुत कम संख्या में लोग पहुंचेंगे। समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता का 2013 में किडनी प्रतिरोपण हुआ था और वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे।
Delhi: The mortal remains of senior leader and MP #AmarSingh brought to his residence in Chhattarpur. Pragatisheel Samajwadi Party (Lohia) leader Shivpal Singh Yadav and others paid last respects to him.
— ANI (@ANI) August 2, 2020
Amar Singh passed away yesterday. pic.twitter.com/OOvQianGkk
अमर सिंह बीमार होने के बावजूद सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव थे और निधन के कुछ घंटे पहले ही उन्होंने स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर तिलक को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी थी और सभी फॉलोअर्स को बकरीद (ईद उल अजहा) की बधाई दी थी।
Wishing a very joyous Eid Al Adha. Let's celebrate this day by spreading love and happiness. #EidMubarak #EidAladha2020
— Amar Singh (@AmarSinghTweets) August 1, 2020
Tribute to the great revolutionary freedom fighter Lokmanya #BalGangadharTilak ji on his death anniversary.
— Amar Singh (@AmarSinghTweets) August 1, 2020
His contribution will be remembered forever🙏🙏 pic.twitter.com/tEdchlp1hz
1996 में मुलायम सिंह से मुलाकात के बाद राजनीति में आए
अमर सिंह की साल 1996 में एक फ्लाइट के दौरान तत्कालीन रक्षामंत्री मुलायम सिंह से मुलाकात हुई, जिसके बाद उन्होंने राजनीति में प्रवेश लिया था। हालांकि, इससे पहले भी वह मुलायम सिंह से मिल चुके थे, लेकिन फ्लाइट में मुलाकात के बाद ही मुलायम सिंह ने अमर सिंह को पार्टी का महासचिव बनाने का फैसला किया था।