अखिलेश यादव के गृहजिले का ये है हाल, इस तस्वीर ने लोगों को सोचने पर किया मजूबर
By रामदीप मिश्रा | Published: September 8, 2018 05:43 AM2018-09-08T05:43:04+5:302018-09-08T05:43:04+5:30
मामला ऐसा है कि भारी बारिश के चलते कच्चे रास्ते पर पानी भर गया है। गांव में जाने के लिए कोई पक्की सड़क नहीं है। लोग कच्चे रास्ते से ही आना जाना करते हैं।
लखनऊ, 08 सितंबरःउत्तर प्रदेश के इटावा जिले से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है जो हर किसी को सोचने पर मजूबर कर देगी। यह जिला समाजवादी पार्टी के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का गृह जिला है। यहां आजादी के 72 साल बाद भी एक गांव में अभी तक सड़क नहीं पहुंची और लोग शहर तक आने के लिए पचास बार सोचते हैं।
दरअसल, मामला ऐसा है कि भारी बारिश के चलते कच्चे रास्ते पर पानी भर गया है। गांव में जाने के लिए कोई पक्की सड़क नहीं है। लोग कच्चे रास्ते से ही आना जाना करते हैं। इस बीच गांव की एक गर्भवती महिला की तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद उसे खाट पर लिटाकर परिजनों को उपचार के लिए ले जाना पड़ा। इस दौरान उन्हें किसी भी प्रकार की सुविधा मुहैया नहीं करवाई गई।
ग्रामीणों का कहना है कि गांव में करीब 100 परिवार रहते हैं, लेकिन किसी ने आजादी के बाद से अभी तक सड़क नहीं बनवाई है। गर्भवती महिलाएं और बीमार लोगों को चारपाई पर लिटाकर सड़क तक ले जाना पड़ता है। उनके गांव में किसी भी प्रकार की सुविधा नहीं है।
Etawah: Pregnant woman was allegedly carried on cot as there was no proper road in the village. Local says, 'around 100 families stay here but nobody has made a road here since independence. Pregnant women & ill people are carried on cot till the road. There are no facilities.' pic.twitter.com/1gaKC91M7y
— ANI UP (@ANINewsUP) September 7, 2018
मामला सामने आने के बाद इटावा के अतिरिक्त जिलाधिकारी जितेंद्र कुशवाहा का कहना है कि यह मामला मेरे संज्ञान में आया है और मैंने इस संबंध में एसडीएम को सूचित किया है। वह एक टीम भेज रहे हैं। यह समस्या जल्द से जल्द सुलझाई जाएगी।
Matter has come to my notice and I have informed the Sub-Divisional Magistrate (SDM) about the same. He is sending a team. Problems will be solved at the earliest: Jeetendra Kushwaha, Additional District Magistrate of Etawah pic.twitter.com/c1zsv2GXcf
— ANI UP (@ANINewsUP) September 7, 2018
सबसे बड़ी बात यह है कि समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के गृहजिले का जब यह हाल है तो बाकी ग्रामीण अंचलों का आप अंदाजा लगा ही सकते हैं।