राज्यपाल से येदियुरप्पा की शिकायत करने वाले ईश्वरप्पा ने खुद को पार्टी के प्रति वफादार बताया
By भाषा | Published: April 2, 2021 08:06 PM2021-04-02T20:06:42+5:302021-04-02T20:06:42+5:30
मैसुरु, दो अप्रैल कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा और भाजपा के खिलाफ विद्रोह करने के आरोपों का सामना करने वाले राज्य के मंत्री के एस ईश्वरप्पा ने शुक्रवार को कहा कि वह विद्रोही नहीं, बल्कि पार्टी के प्रति वफादार हैं।
गौरतलब है कि राज्य भाजपा के पूर्व अध्यक्ष ईश्वरप्पा ने अपने विभाग के मामलों में येदियुरप्पा के कथित हस्तक्षेप के बारे में राज्यपाल वजुभाई वाला से शिकायत की थी।
ईश्वरप्पा ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "मैं विद्रोही नहीं हूं, बल्कि मैं हमेशा से वफादार रहा हूं और अपनी पार्टी के खिलाफ कभी भी बगावत नहीं करूंगा।"
बहरहाल, उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी नाराजगी केवल न्याय पाने के लिए है।
अपनी स्थिति को स्पष्ट करते हुए, ईश्वरप्पा ने कहा कि उनके विभाग से संबंधित 1,299 करोड़ रुपये मंजूर किए गए, जिसमें वे 65 करोड़ रुपये भी शामिल हैं, जो बिना उनकी जानकारी के बेंगलुरु शहरी जिला पंचायत को दिए गए।
मंत्री ने आरोप लगाया, "मेरी जानकारी के बिना, बेंगलुरु शहरी जिला पंचायत के लिए 65 करोड़ रुपये मंजूर किए गए। इसके अलावा, पहली किश्त में 774 करोड़ रुपये और दूसरी किश्त में 460 करोड़ रुपये जारी किए गए। कुल मिलाकर 1,299 करोड़ रुपये जारी किए गए, जो कामकाज संबंधित लेन-देन नियमों का उल्लंघन है।”
ईश्वरप्पा ने बताया कि उन्होंने नियमों के उल्लंघन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री सहित कई पार्टी नेताओं को पत्र लिखा। उन्होंने अनुदान की राशि जारी करने पर रोक लगा दी थी।
ईश्वरप्पा ने आरोप लगाया कि हालाँकि, मुख्यमंत्री ने प्रधान सचिव को पत्र लिखकर धन जारी करने का और बाद में मंत्री को सूचित करने का निर्देश दिया था।
मंत्री ने स्पष्ट किया कि येदियुरप्पा के साथ कुछ भी व्यक्तिगत मुद्दा नहीं है।
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