प्रख्यात सांख्यिकीविद् और गणितज्ञ सी आर राव ने पूरे किए 100 वसंत, जानिए इनके बारे में

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 11, 2020 01:39 PM2020-09-11T13:39:09+5:302020-09-11T13:39:09+5:30

डीएसटी सचिव आशुतोष शर्मा ने उन्हें संस्थान का निर्माणकर्ता बताते हुए कहा कि राव ने वैज्ञानिकों, गणितज्ञों और सांख्यिकीविदों की कई पीढ़ियों को प्रशिक्षित किया। शर्मा ने कहा, ‘‘जहां विज्ञान में अलग-अलग कार्यक्षेत्र (क्षेत्र) हैं, सांख्यिकी एक क्षैतिज है, जो इन सभी की सीमाओं को काटती है।’’

Eminent statistician and mathematician C R Rao, known for his path-breaking contributions to the field of statistics, turned 100 | प्रख्यात सांख्यिकीविद् और गणितज्ञ सी आर राव ने पूरे किए 100 वसंत, जानिए इनके बारे में

शर्मा ने कहा कि देश और दुनिया हमेशा प्रो राव के सांख्यिकी के क्षेत्र में अग्रणी योगदान के लिए ऋणी रहेगी।

Highlightsविज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग ने उन्हें बुधवार को सम्मानित किया और इस कार्यक्रम में शीर्ष वैज्ञानिक, गणितज्ञ और सांख्यिकीविदों ने भाग लिया।प्रोफेसर सी आर राव 70 साल पहले से आंकड़ों के विज्ञान पर काम कर रहे हैं और अपने समय से बहुत आगे हैं। वह न केवल एक वैज्ञानिक है, बल्कि एक संस्था निर्माता भी है।10 सितंबर, 1920 को कर्नाटक के हुविनाहदगली में जन्मे राव ने आंध्र विश्वविद्यालय में गणित में परास्नातक की डिग्री पूरी की।

नई दिल्लीः सांख्यिकी के क्षेत्र में अपने अतुलनीय योगदान के लिए प्रख्यात सांख्यिकीविद् और गणितज्ञ सी आर राव ने 100 वसंत पूरे कर लिए। विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग ने उन्हें बुधवार को सम्मानित किया और इस कार्यक्रम में शीर्ष वैज्ञानिक, गणितज्ञ और सांख्यिकीविदों ने भाग लिया।

डीएसटी सचिव आशुतोष शर्मा ने उन्हें संस्थान का निर्माणकर्ता बताते हुए कहा कि राव ने वैज्ञानिकों, गणितज्ञों और सांख्यिकीविदों की कई पीढ़ियों को प्रशिक्षित किया। शर्मा ने कहा, ‘‘जहां विज्ञान में अलग-अलग कार्यक्षेत्र (क्षेत्र) हैं, सांख्यिकी एक क्षैतिज है, जो इन सभी की सीमाओं को काटती है।’’ उन्होंने कहा,‘‘प्रोफेसर सी आर राव 70 साल पहले से आंकड़ों के विज्ञान पर काम कर रहे हैं और अपने समय से बहुत आगे हैं। वह न केवल एक वैज्ञानिक है, बल्कि एक संस्था निर्माता भी है।”

शर्मा ने कहा कि देश और दुनिया हमेशा प्रो राव के सांख्यिकी के क्षेत्र में अग्रणी योगदान के लिए ऋणी रहेगी। 10 सितंबर, 1920 को कर्नाटक के हुविनाहदगली में जन्मे राव ने आंध्र विश्वविद्यालय में गणित में परास्नातक की डिग्री पूरी की। उन्होंने पश्चिम बंगाल के कलकत्ता विश्वविद्यालय से सांख्यिकी में भी परास्नातक किया।

राव 'क्रैमर राव इनइक्वेलिटी', 'राव ब्लैकवेलिसेशन' और 'राव मैट्रिक' जैसी अवधारणाओं के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने 40 साल तक भारतीय सांख्यिकी संस्थान में भी काम किया। बाद में, वह अमेरिका चले गए और 25 साल तक पिट्सबर्ग विश्वविद्यालय और पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय में काम किया।

उन्होंने हैदराबाद में सी आर राव एडवांस्ड इंस्टीट्यूट ऑफ मैथमेटिक्स, स्टेटिस्टिक्स एंड कंप्यूटर साइंस (एआईएमएससीएस) की भी स्थापना की। प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के विजयराघवन ने कहा कि राव के काम से देश को काफी फायदा हुआ है। 

Web Title: Eminent statistician and mathematician C R Rao, known for his path-breaking contributions to the field of statistics, turned 100

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