मशहूर साहित्यकार हिमांशु जोशी का निधन, लंबे समय से चल रहे थे बीमार
By रामदीप मिश्रा | Published: November 23, 2018 08:21 PM2018-11-23T20:21:22+5:302018-11-23T20:21:22+5:30
मिली जानकारी के अनुसार, हिंमाशु जोशी का अंतिम संस्कार शुक्रवार (23 नवंबर) को किया गया है। इस दौरान कई लेखक और पत्रकार शामिल उनकी अंतिम विदाई में शामिल हुए।
हिन्दी के मशहूर कथाकार और पत्रकार हिमांशु जोशी का बीती रात निधन हो गया। वे 83 साल के थे। बताया जा रहा वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनके निधन के बाद पूरे साहित्य जगत में शोक की लहर दौड़ गई। हिंमाशु जोशी का जन्म उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के स्यूड़ा गांव में 4 मई, 1935 को हुआ था।
मिली जानकारी के अनुसार, हिंमाशु जोशी का अंतिम संस्कार शुक्रवार (23 नवंबर) को किया गया है। इस दौरान कई लेखक और पत्रकार शामिल उनकी अंतिम विदाई में शामिल हुए।
आपको बता दें, हिंमाशु जोशी का हिन्दी साहित्य की दुनिया में बड़ा योगादान रहा है। उन्होंने न केवल पत्रकारिता की बल्कि हिन्दी फिल्मों के लिए भी लेखन कार्य किया है। उनकी 32 पुस्तकें प्रकाशित हुई हैं।
हिमांशु जोशी के कई उपन्यास चर्चित रहे हैं, जिनमें 'समय साक्षी है', 'छाया मत छूना मन', 'तुम्हारे लिए', 'अरण्य', 'महासागर', 'कगार की आग' शामिल हैं।
बताया जा रहा है कि लगभग 35 शोधार्थियों ने हिमांशु जोशी के साहित्य पर रिसर्च किया है और पीएचडी की डिग्री हासिल की है। वहीं, कई विश्वविद्यालयों में रचनाएं पाठ्य-क्रम के तौर पढ़ाई जा रही हैं।