Lok Sabha elections counting: अगर दो उम्मीदवारों को समान मत मिलते हैं तो कैसे घोषित होगा परिणाम? यहां जानें मतगणना की पूरी प्रक्रिया
By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: June 3, 2024 17:57 IST2024-06-03T17:56:17+5:302024-06-03T17:57:35+5:30
4 जून को देश भर में वोटों की गिनती की जाएगी। माना जा रहा है कि 4 जून को शाम 4 बजे तक ये साफ हो जाएगा कि देश में किसकी सरकार बनेगी। बहुत सारे लोग ये नहीं जानते कि मतगणना की प्रक्रिया क्या होती है।

(फाइल फोटो)
Lok Sabha elections counting process: देश में लोकसभा चुनावों के लिए मतदान संपन्न होने के बाद अब बारी है मतगणना की। 4 जून को देश भर में वोटों की गिनती की जाएगी। माना जा रहा है कि 4 जून को शाम 4 बजे तक ये साफ हो जाएगा कि देश में किसकी सरकार बनेगी। बहुत सारे लोग ये नहीं जानते कि मतगणना की प्रक्रिया क्या होती है। कैसे ईवीएम से पड़े मतों की गिनती की जाती है। यहां हम आपको कुछ प्वाइंटर्स में मतगणना की पूरी प्रकिया के बारे में बता रहे हैं।
* निर्वाचन संचालन नियमावली 1961 के नियम 54ए के तहत निर्वाचन अधिकारी (आरओ) की टेबल पर सबसे पहले डाक मतपत्रों की गिनती की जाती है।
* केवल उन्हीं डाक मत्रों की गिनती होगी जो आरओ के पास मतों की गिनती शुरू होने की तय समय सीमा से पहले चुके हैं।
*डाक मत पत्रों की गिनती शुरू होने के 30 मिनट के बाद ईवीएम के जरिये डाले गए मतों की गिनती शुरू की जानी चाहिए।
* अगर किसी निर्वाचन क्षेत्र में कोई डाक मतपत्र नहीं है तो ईवीएम के जरिये डाले गए मतों की गिनती शुरू की जा सकती है।
* मतगणना केंद्र पर मतों की गिनती के लिए फॉर्म 17सी के साथ ईवीएम की केवल कंट्रोल यूनिट (सीयू) का इस्तेमाल किया जाता है।
* ईवीएम के सीयू से परिणाम सुनिश्चित करने से पहले, मतगणना अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि उन पर लगी पेपर सील बरकरार है और डाले गए कुल मत फॉर्म 17सी में उल्लिखित मतों से मेल खाते हैं।
*सीयू का परिणाम, गणना पर्यवेक्षक, सूक्ष्म पर्यवेक्षक और उम्मीदवारों के गणना एजेंटों को दिखाने के बाद, फार्म 17सी के भाग-II में दर्ज किया जाएगा।
* सीयू में नतीजे प्रदर्शित नहीं होने की स्थिति में सभी सीयू में दर्ज मतों की गिनती के बाद संबंधित सीयू के वीवीपैट की पर्ची की गिनती की जाएगी।
* प्रत्येक सीयू का उम्मीदवार वार परिणाम फार्म 17सी के भाग II में दर्ज किया जाएगा तथा मतगणना पर्यवेक्षक और मतगणना टेबल पर उपस्थित उम्मीदवारों के मतगणना एजेंट द्वारा उस पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।
* प्रत्येक मतदान केन्द्र का फार्म 17सी उस अधिकारी को भेजा जाना चाहिए जो फार्म 20 में अंतिम परिणाम पत्रक संकलित कर रहा है।
* वीवीपैट पर्चियों की गिनती सीयू में दर्ज मतों की गिनती पूरी होने के बाद की जानी चाहिए।
* वीवीपैट से अनिवार्य सत्यापन की प्रक्रिया के तहत संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से यादृच्छिकता के आधार पर पांच मतदान केंद्रों को चुना जाएगा और यह मतों की गिनती की प्रक्रिया पूरी होने के बाद होगी।
* अगर जीत का अंतर अस्वीकृत डाक मतपत्रों से कम है तो उस स्थिति में अंतिम नतीजे घोषित किए जाने से पहले खारिज किए डाक मतपत्रों को अनिवार्य रूप से दोबारा सत्यापित किया जाएगा।
*अगर शीर्ष दो उम्मीदवारों को समान मत मिलते हैं तो उस स्थिति में नतीजे लॉटरी के आधार पर घोषित किए जाएंगे।
लोकसभा चुनावों पर मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया है कि हमने 642 मिलियन मतदाताओं का विश्व रिकॉर्ड बनाया है। यह सभी G7 देशों के मतदाताओं का 1.5 गुना और EU के 27 देशों के मतदाताओं का 2.5 गुना है। इस लोकसभा चुनाव में जम्मू-कश्मीर में मतदान प्रतिशत पिछले चार दशकों में सबसे अधिक है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने 4 जून को लोकसभा चुनाव के परिणाम घोषित करने के लिए अपनाई जाने वाली मतगणना प्रक्रिया के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि पूर्ण मतगणना प्रक्रिया पूरी तरह से मजबूत है।
#WATCH दिल्ली: मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, "अगर पोस्ट पोल हिंसा कहीं भी होती है तो इसके लिए हमने पहली बार निर्णय लिया है कि MCC के बाद भी कुछ राज्यों में पैरामिलिट्री फोर्स रहेगी। " pic.twitter.com/L51ohC061s
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 3, 2024
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि अगर पोस्ट पोल हिंसा कहीं भी होती है तो इसके लिए हमने पहली बार निर्णय लिया है कि MCC के बाद भी कुछ राज्यों में पैरामिलिट्री फोर्स रहेगी। उन्होंने कहा कि सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गिनती शुरू होगी। उसके आधे घंटे बाद ही हम EVM की गिनती शुरू कर देंगे। इसमें कोई संदेह नहीं है।