नयी दिल्ली, 11 दिसंबर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के नेताओं की अबू-धाबी में रेस्तरां सह बार सहित विदेश में कुछ संपत्ति होने के ‘आरोपों’ की जांच कर रहा है।
केंद्रीय एजेंसी यह जांच केरल में धनशोधन के मामले में संगठन के सदस्यों के ठिकानों पर हाल में मारे गए छापे के दौरान जब्त कुछ दस्तावेजों के बाद कर रही है।
ईडी ने शनिवार को यहां जारी बयान में कहा कि आठ दिसंबर को पीएफआई के सदस्य शफीक पेयथ के आवास जो संगठन इकाई एसडीपीआई पेरिंगाथुर, कन्नूर से जुडा है, पीएफआई के मलाप्पुरम में पेरमपादप्पु के डिविजनल अध्यक्ष बीपीअब्दुल रजाक, एर्णाकुलम के मुवाट्टुपुझा में पीएफआई नेता एमके अशरफ उर्फ तमर अशरफ/अशरफ खादर के मुन्नार के मनकुलम स्थित मुन्नार विला विस्टा परियोजना परिसर स्थित कार्यालय पर छापेमारी की कार्रवाई की गई थी।
बयान में बताया गया कि पीएफआई ने ‘‘ छापेमारी की कार्रवाई’ को बाधित करने की कोशिश की लेकिन एजेंसी को सीआरपीएफ के जवानों की सहायता मिली और इस दौरान ‘‘ अपराध में संलिप्तता का संकेत करने वाले दस्तावेज, डिजिटल उपकरण, विदेश से धन प्राप्त करने और विदेश में संपत्ति रखने के सबूत मिले।’’
ईडी ने बताया कि जब्त दस्तावेजों से संकेत मिला है कि पीएफआई मुन्नार विला विस्टा परियोजना सहित केरल में विभिन्न परियोजनाओं के जरिेये धनशोधन में संलिप्त है।
बयान में कहा, ‘‘पीएफआई नेताओं द्वारा अबूधाबी में बार सह रेस्तरां सहित विदेश में संपत्ति जमा करने के आरोप प्रवर्तन निदेशालय के संज्ञान में आए हैं जिसकी जांच की जा रही है।’’
छापेमारी के दिन पीएफआई के महासचिव ने वीडियो संदेश में दावा किया था कि ईडी की कार्रवाई उन्हें ‘प्रताड़ित’ करने के लिए है और संगठन ‘‘कानूनी और लोकतांत्रिक तरीके’ से इसके खिलाफ लड़ेगा।
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