श्रीलंका बम ब्लास्ट: श्रीलंकन आर्मी चीफ ने कहा, कश्मीर से आए थे ईस्टर संडे के हमलावर
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 4, 2019 09:08 AM2019-05-04T09:08:40+5:302019-05-04T10:51:40+5:30
भारतीय खुफिया एजेंसी के अधिकारियों ने दो घंटे पहले ही श्रीलंका के अधिकारियों को आतंकी हमलों के संबंध में चेतावनी दे दी थी।
श्रीलंका में ईस्टर संडे के मौके पर सिलसिलेवार धमाकों को अंजाम देने वाले संदिग्धों को लेकर वहां के सेना प्रमुख ने कहा कि इन लोगों का संबंध भारत से है। शुक्रवार को बीबीसी को दिए इंटरव्यू में लेफ्टिनेंट जनरल महेश सेनानायक ने कहा कि 21 अप्रैल को हुए बम धमाकों में से कुछ लोग भारत के केरल और कश्मीर इलाकों से आए थे। उन्होंने कहा कि संभव है ये लोग वहां आतंकवादी प्रशिक्षण गतिविधियों का हिस्सा रहे हों। श्रीलंका में सिलसिलेवार बम धमाकों में 253 लोगों की मौत हो गई थी।
सेनानायक ने कहा कि हमें मिली जानकारी के अनुसार ये लोग भारत में बैंगलोर, कश्मीर और केरल गए थे। यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें उन यात्राओं के उद्देश्य के बारे में पता था, सेना के कमांडर ने जवाब दिया, 'यह किसी तरह के प्रशिक्षण के लिए या देश के बाहर अन्य संगठनों के साथ संबंध स्थापित करने के लिए हो सकता है।'
केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से अब तक श्रीलंका सेना प्रमुख के बयान पर कोई टिप्पणी नहीं की है। हालांकि सुरक्षा गतिविधियों से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम गोपनीय रखते हुए हिंदुस्तान टाइम्स से कहा कि श्रीलंका ने हमारे साथ ऐसी कोई जानकारी साझा नहीं की है। महत्वपूर्ण बात यह है कि श्रीलंकाई सुरक्षा एजेंसियों ने खुद जांच के बाद यह फैसला सुनाया है' अधिकारी ने कहा कि अब तक, भारतीय जांचकर्ताओं की ओर से श्रीलंका के हमलावरों के कश्मीर लिंक की कोई बात सामने नहीं आई है।
दूसरी तरफ भारत में राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने तमिलनाडु और केरल के कुछ हिस्सों में छापेमारी की है। यहां उन्होंने इस्लामिक स्टेट के साथ संबंध रखने वाले कुछ संदिग्ध लोगों को उठाया है, जिन्होंने इस हमले की ज़िम्मेदारी का दावा किया था।
भारतीय अधिकारियों ने मानना है कि कम से कम दो आत्मघाती हमलावरों ने 2017 में भारत का दौरा किया था। इनमें में से एक इस्लामिक उपदेशक मौलवी ज़हरान बिन हाशिम है। हाशिम को श्रीलंका नेशनल तौदीद जमात का नेता और ईस्टर संडे हमलावरों का मास्टरमाइंड माना जाता है।
भारतीय अधिकारियों ने हाशिम की यात्रा के उद्देश्य या उसके संपर्क में रहने वाले लोगों के बारे में जानकारी साझा करने से हिंदुस्तान टाइम्स को मना कर दिया। एक अधिकारी ने कहा, हाशिम शुरू में तमिलनाडु तौहीद जमात (टीएनटीजे) से जुड़ा था, लेकिन ये संगठन किसी भी आतंकवादी गतिविधियों में शामिल नहीं पाया गया था। बाद में तमिलनाडु तौहीद जमात से अलग हो गया। बाद में वह श्रीलंका तौहीद जमात से जुड़ गया और उसने द्वीप राष्ट्र में इस्लाम के हिंसक रूप का प्रचार शुरू कर दिया।