साउथ अफ्रीका में सुषमा स्वराज ने गांधी और मंडेला को किया याद, बोली- सत्य और मेहनत का कोई विकल्प नहीं
By पल्लवी कुमारी | Published: June 7, 2018 02:30 AM2018-06-07T02:30:06+5:302018-06-07T02:30:06+5:30
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इन दिनों दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर हैं।
पीटरमारित्जबर्ग, 7 जून: विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इन दिनों दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर हैं। उन्होंने 6 जून को पीटरमारित्जबर्ग में भाषण देते हुए महात्मा गांधी और नेल्सन मंडेला को याद किया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत और दक्षिण अफ्रीका समृद्ध संस्कृति और विरासत को साझा करते हैं। दोनों ही देशों के संबंध समय की कसौटी पर हमेशा से ही खरे उतरे हैं। दोनों ही देश साथ मिलकर रहे तो ये काफी आगे बढ़ सकते हैं।
Both India & South Africa are rich in their cultures & traditions. The relationship between our people has stood the test of time: EAM Sushma Swaraj in Pietermaritzburg. #SouthAfricapic.twitter.com/mEpkD3xu1N
— ANI (@ANI) June 6, 2018
सुषमा स्वराज ने महात्मा गांधी और नेल्सन मंडेला को याद करते हुए कहा, 25 साल पहले नेल्सन मंडेला ने पीटरमारित्जबर्ग में महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया था। उस समय मंडेला ने कहा था कि यह उनके लिए ये काफी सम्मान की बात है कि उनको महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण करने का मौका मिला है। महात्मा गांधी और नेल्सन मंडेला, दोनों ने बहुतों को उम्मीद दी थी। दोनों ने मिलकर पूरे विश्व को संदेश दिया था कि सत्य और मेहनत के बिना कोई विकल्प नहीं है।
25 years ago, Nelson Mandela gave a speech at the unveiling of Mahatma Gandhi's statue in Pietermaritzburg. At that time, he said, It's an honour for me to unveil the statue of hope.Both Mahatma Gandhi & Nelson Mandela gave hope to everyone: EAM Sushma Swaraj in #SouthAfricapic.twitter.com/wiJLKEtUUj
— ANI (@ANI) June 6, 2018
सुषमा स्वराज ने कहा, सच की खोज के बाद ही शांति की बुनियाद पड़ी है और हमें इसे कभी नहीं भूलना चाहिए। सत्य और अहिंसा को विभाजित नहीं किया जा सकता है। जब हम दुनिया के कुछ देशों में अशांति देखते हैं तो हम हमेशा दिखता है कि सबसे पहला शिकार सत्य हुआ है।'
Let us not forget that the foundation for peace is laid through relentless search for truth. Truth & non-violence are indivisible. When we see turbulence in some parts of the world, we always find that the first casualty is always the truth: EAM Sushma Swaraj in Pietermaritzburg. pic.twitter.com/lAJHzbRxRd
— ANI (@ANI) June 6, 2018
सुषमा ने यहां, 2019 में वाराणसी में गंगा के तट पर होने वाले 15वें प्रवासी भारतीय दिवस का भी सभी को आने के लिए आमंत्रित भी किया। इतना ही नहीं, उन्होंने सभी को 26 जनवरी में नई दिल्ली में होने वाले गणतंत्र दिवस में भी शामिल होने को न्योता दिया है।
Tomorrow, we will celebrate the memory of our greatest Pravasi, who came here as a young lawyer & emerged as one of the tallest leaders of all time. I am talking about Mahatma Gandhi. South Africa was the place where Satyagraha was born: EAM Sushma Swaraj in Pietermaritzburg. pic.twitter.com/D60nH2L2ee
— ANI (@ANI) June 6, 2018
सुषमा ने कहा, कल 7 जून को हम सब अपने सबसे महान प्रवासी की यादों को सेलिब्रेट करेंगे जो यहां एक युवा वकील के तौर पर आए और अपने समय के सबसे बड़े लीडर्स में से एक बने। मैं महात्मा गांधी का जिक्र कर रही हूं। दक्षिण अफ्रीका ही वह जगह है जहां सत्याग्रह का जन्म हुआ।
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