भारी तूफान का खतरा कमजोर पड़ा, बीकानेर में आई धूल भरी आंधी 

By भाषा | Published: May 7, 2018 10:01 PM2018-05-07T22:01:38+5:302018-05-07T22:05:47+5:30

मौसम विभाग के दिल्ली स्थित मौसम पूर्वानुमान केन्द्र के निदेशक डॉ. कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया 'संभावित इलाकों में मंगलवार दोपहर हवा के कम दबाव का क्षेत्र कमजोर पड़ने के कारण तूफान भी अब कमजोर पड़ गया है।

dust storm in reached bikaner weather department all updates | भारी तूफान का खतरा कमजोर पड़ा, बीकानेर में आई धूल भरी आंधी 

भारी तूफान का खतरा कमजोर पड़ा, बीकानेर में आई धूल भरी आंधी 

नई दिल्ली, 7 मईः पश्चिमी विक्षोभ के कारण राजस्थान सहित अन्य पड़ोसी राज्यों में संभावित तूफान कमजोर पड़ गया है। हालांकि मौसम विभाग ने राजस्थान, उत्तराखंड, पंजाब और दिल्ली सहित आठ राज्यों में तूफान की चेतावनी को बरकरार रखा है, इसके मद्देनजर सभी संबद्ध राज्यों में आपदा प्रबंधन केन्द्रों से हर स्थिति से निपटने के लिये जरूरी इंतजाम करने को कहा गया है। 

मौसम विभाग के दिल्ली स्थित मौसम पूर्वानुमान केन्द्र के निदेशक डॉ. कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया 'संभावित इलाकों में मंगलवार दोपहर हवा के कम दबाव का क्षेत्र कमजोर पड़ने के कारण तूफान भी अब कमजोर पड़ गया है। इसके बावजूद स्थानीय प्रशासन और लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी गई है।' 

डॉ. श्रीवास्तव ने कहा कि रविवार को उत्तरी राजस्थान में तेज हवाओं के साथ धूल भरे आंधी-तूफान के खतरे की अगले 48 घंटे के लिये चेतावनी जारी की गयी थी। इसके मद्देनजर राजस्थान, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, और उत्तर प्रदेश सरकारों को आपदा प्रबंधन संबंधी तैयारियां मुकम्मल रखने का परामर्श दिया गया था। उन्होंने कहा कि मौसम के रुख में बदलाव के कारण तूफान अब कमजोर पड़ गया है। इन इलाकों में 50 किमी प्रति घंटा की अधिकतम गति के साथ हवा चलने और हल्की फुल्की बारिश की आशंका है।

डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ का असर उत्तर में पहाड़ी इलाकों से होते हुए मैदानी इलाकों में पंहुचेगा। इसकी वजह से सोमवार रात से मंगलवार तक राजस्थान के उत्तरी इलाकों, पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दिल्ली में तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश होने के आसार हैं। उन्होंने कहा कि अगले 48 घंटे के बाद बुधवार से मौसम सामान्य होने लगेगा और तापमान में इजाफा भी देखने को मिलेगा, जो कि अगले चार से पांच दिनों में 40 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है। 

उन्होंने कहा, 'घबराने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि मौसम की यह परिस्थिति हर साल मानसून के पहले उत्पन्न होती है, जो कि सामान्य बात है।' डॉ. श्रीवास्तव ने कहा कि मौसम विभाग द्वारा संबद्ध राज्य सरकारों को जारी परामर्श में स्कूल और अन्य जरूरी सेवाएं बंद करने जैसी कोई बात नहीं कही गयी है। 

हालांकि उन्होंने सतर्कता बरतने की अब भी जरूरत होने पर बल देते हुये पहाड़ी इलाकों में लोगों को सजग रहने की सलाह दी है। साथ ही स्थानीय प्रशासन को किसी भी तरह की आपदा से निपटने के लिए पूरी तरह से मुस्तैद रहने को कहा है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन को बदलते मौसम की पल-पल की जानकारी मुहैया करायी जा रही है जिससे लोगों तक समय से सही जानकारी पहुंचायी जा सके। 

इस बीच दिल्ली में मौसम विभाग की आज सुबह चेतावनी जारी होने के बाद दिल्ली सरकार ने कल सभी सांध्यकालीन स्कूलों को एक दिन के लिये बंद करने का फैसला किया है। इसके अलावा दिल्ली मेट्रो ने भी तूफानी हवाओं की चेतावनी के मद्देनजर मेट्रो परिचालन के दौरान मौसम संबंधी सभी ऐहतियाती उपाय बरतने के निर्देश जारी किये है।

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