ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान ने उरी हाइड्रो प्लांट पर हमला करने का किया था प्रयास, CISF ने ऐसे किया नाकाम

By अंजली चौहान | Updated: November 26, 2025 09:21 IST2025-11-26T09:18:06+5:302025-11-26T09:21:08+5:30

Operation Sindoor: सीआईएसएफ ने कहा कि भारी गोलीबारी के बावजूद डिप्टी कमांडेंट रवि यादव के नेतृत्व में टीम ने प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए सुरक्षात्मक उपाय शुरू कर दिए।

During Operation Sindoor Pakistan attempted to attack Uri Hydro Plant but CISF foiled it | ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान ने उरी हाइड्रो प्लांट पर हमला करने का किया था प्रयास, CISF ने ऐसे किया नाकाम

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान ने उरी हाइड्रो प्लांट पर हमला करने का किया था प्रयास, CISF ने ऐसे किया नाकाम

Operation Sindoor: भारत की सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स ने एक बयान में कहा कि भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान ने लाइन ऑफ कंट्रोल (LOC) के पास भारत के उरी हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्लांट को निशाना बनाया था। मगर भारत ने इस कोशिश को पूरी ताकत से नाकाम कर दिया और हमले से उरी हाइड्रो प्लांट को सुरक्षित बचा लिया था। 

25 नवंबर को CSE ने बयान जारी करते हुए पाक और भारत के बीच हुए संघर्ष पर रोशनी डाली। दरअसल, यह फोर्स स्ट्रेटेजिक जगहों की सुरक्षा के लिए ज़िम्मेदार है। CISF का यह बयान उस रात उरी हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर प्रोजेक्ट्स (UHEP- I और II) में ड्यूटी पर तैनात 19 जवानों को डायरेक्टर जनरल डिस्क दिए जाने के संदर्भ में आया है। इन जवानों ने पाकिस्तान की तरफ से हो रही गोलीबारी के बीच प्लांट को निशाना बना रहे ड्रोन को नाकाम किया और आम लोगों को निकाला।

25 नवंबर को नई दिल्ली में CISF हेडक्वार्टर में एक सेरेमनी में 19 जवानों को प्रतिष्ठित DGs डिस्क दिया गया। 6 मई की रात को क्या हुआ, इसकी जानकारी देते हुए CISF ने कहा, “इंडियन आर्मी ने 6-7 मई, 2025 की दरमियानी रात को ऑपरेशन सिंदूर चलाया, जिसमें पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में लाइन ऑफ़ कंट्रोल (LOC) के पार आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया। जवाब में, पाकिस्तानी आर्मी ने भारतीय इलाके में तेज़ और बिना सोचे-समझे गोलाबारी की, जिससे उरी हाइड्रो-पावर प्रोजेक्ट्स समेत ज़रूरी इंफ्रास्ट्रक्चर को खतरा हुआ और आस-पास की आम आबादी को भी खतरा हुआ। लाइन ऑफ़ कंट्रोल (LoC) से बस कुछ किलोमीटर दूर, NHPC इंस्टॉलेशन पर CISF यूनिट्स ने खुद को इस अचानक हुई बढ़ोतरी में सबसे आगे पाया।”

CISF ने कहा कि भारी गोलीबारी के बावजूद, डिप्टी कमांडेंट कमांडेंट रवि यादव के नेतृत्व में टीम ने इंस्टॉलेशन और आस-पास की टाउनशिप को बचाने के लिए सुरक्षा उपाय शुरू कर दिए। 

उन्होंने कहा, “मुठभेड़ के सबसे मुश्किल दौर में, CISF के जवानों ने ठिकानों को निशाना बना रहे दुश्मन ड्रोन को नाकाम कर दिया और हथियारों को तेज़ी से बांटकर हथियारों के भंडार को सुरक्षित किया ताकि नुकसान होने से रोका जा सके। पूरे संकट के दौरान, उनकी सतर्कता और तैयारी की वजह से देश के ज़रूरी सामान सुरक्षित रहे। जब शेल घरों के पास गिरे, तो CISF के जवानों ने घर-घर जाकर आम लोगों को निकाला—जिनमें औरतें, बच्चे, NHPC के कर्मचारी और उनके परिवार शामिल थे अक्सर लगातार शेलिंग के बीच।”

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान उरी में जो हुआ, उसकी जानकारी रखने वाले एक अधिकारी ने कहा कि हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट सबसे पहले टारगेट किए जाने वालों में से था। एक अधिकारी ने कहा, “उरी के प्रोजेक्ट LOC के ठीक पास हैं, इसलिए इसे सबसे पहले टारगेट किया गया। सरकार का इंटेलिजेंस नेटवर्क मज़बूत था और ज़मीन पर तैनात सैनिक तैयार थे। न सिर्फ़ ड्रोन मार गिराए गए, बल्कि बिना किसी जान के नुकसान के बड़े पैमाने पर लोगों को निकाला भी गया।”

Web Title: During Operation Sindoor Pakistan attempted to attack Uri Hydro Plant but CISF foiled it

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