इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग के ऊपर दिखा ड्रोन, भारत ने घटना की जांच कराने की मांग की
By भाषा | Updated: July 2, 2021 21:27 IST2021-07-02T21:27:20+5:302021-07-02T21:27:20+5:30

इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग के ऊपर दिखा ड्रोन, भारत ने घटना की जांच कराने की मांग की
नयी दिल्ली, दो जुलाई इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग परिसर के ऊपर गत सप्ताह ड्रोन देखे जाने की घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए शुक्रवार को भारत ने पाकिस्तान से इसकी जांच कराने और यह सुनिश्चित करने को कहा कि भविष्य में ऐसी सुरक्षा चूक दोबारा न हो।
भारतीय उच्चायोग ने इस संबंध में पाकिस्तान के समक्ष कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है। जम्मू में वायुसेना स्टेशन पर गत 27 जून को विस्फोटकों से लदे मानवरहित विमानों (ड्रोन) द्वारा हमला किए जाने के बाद भारतीय सुरक्षा प्रतिष्ठान में बढ़ती चिंताओं के बीच इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग परिसर के ऊपर ड्रोन दिखने की खबर सामने आई है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने डिजिटल संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘26 जून को इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग परिसर के ऊपर ड्रोन देखा गया। इस मामले को आधिकारिक तौर पर पाकिस्तान सरकार के समक्ष उठाया गया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हम उम्मीद करते हैं कि पाकिस्तान इस घटना की जांच कराएगा और सुरक्षा में ऐसी चूक को दोबारा होने से रोकेगा।’’
ऐसा माना जाता है कि उच्चायोग परिसर के ऊपर ड्रोन तब दिखा जब वहां एक कार्यक्रम का आयोजन हो रहा था।
वहीं, इस्लामाबाद में पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता जाहिद हफीज चौधरी ने भारतीय उच्चायोग के ऊपर ड्रोन उड़ने के दावे को खारिज किया और कहा कि आरोप के समर्थन में कोई सबूत साझा नहीं किया गया है तथा यह ‘‘भारत की ओर से किया जा रहा दुष्प्रचार’’ है।
चौधरी ने कहा, ‘‘हमने भारतीय विदेश मंत्रालय का बयान और भारतीय मीडिया के एक तबके में आईं खबरों को देखा है जिनमें इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग परिसर के ऊपर ड्रोन उड़ते देखे जाने का आरोप लगाया गया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इन निरर्थक दावों का कोई आधार नहीं है और आरोपों को साबित करने के लिए पाकिस्तान के साथ कोई सबूत साझा नहीं किए गए हैं।’’
जम्मू में वायुसेना स्टेशन पर ड्रोन हमले के बारे में एक सवाल के जवाब में बागची ने कहा कि इस मामले की जांच चल रही है।
सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार, भारत में महत्वपूर्ण सुरक्षा प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने के लिए संदिग्ध पाकिस्तानी आतंकवादियों द्वारा ड्रोन का इस्तेमाल किए जाने का यह पहला उदाहरण है।
इस बीच, वायुसेना प्रमुख एअर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया ने शुक्रवार को कहा कि जम्मू वायुसेना स्टेशन पर ड्रोन हमला ‘‘आतंकी कृत्य’’ है, जो महत्वपूर्ण सैन्य परिसंपत्तियों को निशाना बनाने पर केंद्रित था।
थलसेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे ने बृहस्पतिवार को कहा था कि ड्रोन की आसान उपलब्धता ने राज्य और राज्य से इतर तत्वों-दोनों की ओर से सुरक्षा चुनौती संबंधी जटिलता बढ़ा दी है।
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