नेपाल से सटे जंगलों में अवैध शराब के अड्डे तलाशने में ली जाएगी ड्रोन कैमरों की मदद
By भाषा | Published: June 23, 2021 04:51 PM2021-06-23T16:51:16+5:302021-06-23T16:51:16+5:30
बहराइच (उत्तर प्रदेश), 23 जून जहरीली शराब के कारोबार पर लगाम कसने के लिए नेपाल से सटे बहराइच के वन क्षेत्रों में अवैध शराब के अड्डे तलाशने के काम में ड्रोन कैमरों का इस्तेमाल किया जाएगा।
बहराइच के जिलाधिकारी दिनेश चन्द्र ने बुधवार को बताया कि नेपाल सीमा पर सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) और आबकारी विभाग संयुक्त प्रवर्तन अभियान चलाकर अवैध शराब की तस्करी पर प्रभावी अंकुश लगाएंगे।
उन्होंने बताया कि बहराइच जिले में भारत-नेपाल सीमावर्ती जंगलों, विशेष तौर पर जिले के मिहींपुरवा इलाके के वनों में ड्रोन कैमरों की मदद से अवैध रूप से शराब बनाने और बेचने के अड्डों को चिह्नित कर उनके विरुद्ध सख्त कार्यवाई के निर्देश दिए गए हैं।
जिलाधिकारी ने बताया कि पुलिस, आबकारी तथा प्रशासनिक तंत्र से इस दिशा में प्रभावी मुखबरी नेटवर्क विकसित करने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि संगठित गिरोह बनाकर अवैध शराब कारोबार करने वालों पर गैंगस्टर एक्ट लगाया जाएगा।
जिलाधिकारी ने बताया कि जिले में मिथाइल अल्कोहल, रेक्टिफाइड स्प्रिट एवं अवैध मदिरा के निर्माण, परिवहन, तस्करी आदि पर प्रभावी अंकुश लगाये जाने के उद्देश्य से गत सोमवार पुलिस, प्रशासन, खुफिया विभाग, वन विभाग व नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी सहित अनेक संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई थी। बैठक में इन गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिये प्रभावी प्रवर्तन कार्यवाई किए जाने के लिए निर्देश दिए गये।
गौरतलब है कि पिछले मई माह और जून की शुरुआत में अलीगढ़ और प्रतापगढ़ सहित प्रदेश के कई जिलों में जहरीली शराब से मौतों के मामले सामने आए थे। इसके बाद प्रदेश सरकार ने इस दिशा में सख्त रवैया अख्तियार करते हुए जिलों में विशेष तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में कड़ाई के निर्देश दिए थे। बहराइच के नेपाल के सीमावर्ती जंगलों और ग्रामीण इलाकों में छापेमारी कर पुलिस ने अनेक लोगों को गिरफ्तार किया है।
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