मुंबई में मात्र 42 दिन का ही पीने का पानी उपलब्ध, BMC ने कहा- घबराने की जरूरत नहीं है
By अनुराग आनंद | Published: June 22, 2020 04:37 PM2020-06-22T16:37:51+5:302020-06-22T16:37:51+5:30
मुंबई शहर में रहने वाले करोड़ों लोगों के लिए हर रोज करीब 420 करोड़ लीटर पानी की मांग है।
मुंबई: मुंबई इस समय कोरोना महामारी का सामना कर रहा है। हर रोज यहां हजारों की संख्या में कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं। अब मुंबई के लिए परेशान करने वाली एक और खबर यह आ रही है कि आर्थिक राजधानी में घरेलू उपयोग करने के लिए व पीने के लिए मात्र 42 दिन का ही पानी बचा हुआ है।
हिंदुस्तान टाइम्स रिपोर्ट मुताबिक, मुंबई को जल आपूर्ति करने वाली 7 झीलों व बांधों में सिर्फ 42 दिन का ही पानी बचा हुआ है। हालांकि, बृहन मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने कहा है कि घबराने की जरूरत नहीं है, बारिश होते ही पानी की मात्रा बढ़ जाएगी।
रिपोर्ट की मानें तो मुंबई शहर में यदि देखा जाए तो कुल 420 करोड़ लीटर प्रतिदिन पानी की मांग है। लेकिन, इसके मुकाबले बीएमसी प्रतिदिन मात्र 375 करोड़ लीटर पानी की ही आपूर्ति प्रतिदिन कर पाती है।
वर्तमान में केवल 10.68% जल स्टॉक-
वर्तमान जल स्टॉक कुल पानी के स्टॉक का केवल 10.68% है। रविवार तक, सभी सात झीलों में उपयोग करने लायक जल भंडार 1.54 लाख लीटर है, जबकि इन झीलों में कुल भंडारण क्षमता 14.47 लाख लीटर है।
पिछले साल, शहर के सात झीलों- ऊपरी वैतरणा, मध्य वैतरणा, मोदक सागर, तानसा, भटसा, विहार और तुलसी में सामूहिक रूप से इस माह के दौरान 82,829 लीटर पानी जो करीब 5.72% था। हालांकि, इस वर्ष का स्टॉक 13.09% तक कम है। यह स्थिति इससे पहले भी 2018 में बन चुकी है। तब नवंबर 2018 में, बीएमसी ने पूरे मुंबई में 10% पानी की कटौती की थी।
हालांकि, इस साल बीएमसी के अधिकारियों ने कहा कि अभी तक पानी की कटौती पर कोई निर्णय नहीं हुआ है और यह संकेत दिया है कि इसकी संभावना नहीं है।
बीएमसी कर रहा है लॉकडाउन की वजह से पानी की बचत का दावा
बीएमसी हाइड्रोलिक विभाग के एक इंजिनियर ने मीडिया को बताया कि लॉकडाउन के कारण मुंबई में बड़े पैमाने पर कल कारखाने बंद हैं। कंपनियों, कार्यालयों और होटलों में गतिविधियां ठप हैं। इससे मुंबई में पानी के उपयोग में करीब 15 प्रतिशत की कमी आई है।
मुंबई में अप्रैल के महीने में स्वीमिंग पूल व कोल्ड ड्रिंक बनाने वाली कंपनियों में पानी की आपूर्ति ज्यादा करनी पड़ती थी, जो इस बार बंद हैं। इससे भी पानी की बचत हो रही है। लॉकडाउन के दौरान, हाइड्रोलिक विभाग ने पानी बचाए रखने और व्यवस्थित आपूर्ति को प्राथमिकता दी।
अधिकारी ने बताया कि हाइड्रोलिक विभाग के कर्मचारी पानी की आपूर्ति और खर्च पर लगातार नजर रख रहे हैं। प्रतिदिन पानी की आपूर्ति और बचत की रिपोर्ट तैयार की जा रही है।