"संसद के आगामी विशेष सत्र में 'विशेष' क्या है, नहीं पता", गौरव गोगोई ने 'इंडिया' गठबंधन की बैठक के बाद कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: September 6, 2023 07:30 AM2023-09-06T07:30:02+5:302023-09-06T07:35:59+5:30
कांग्रेस के युवा सांसद गौरव गोगोई ने विपक्षी गठबंधन इंडिया की बैठक के बाद कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा 18 सितंबर से बुलाये गये संसद के विशेष सत्र में 'विशेष' क्या है, यह किसी को पता नहीं है।
नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा 18 सितंबर से बुलाये गये संसद के विशेष सत्र पर टिप्पणी करते हुए कांग्रेस के युवा सांसद गौरव गोगोई ने बीते मंगलवार को कहा कि विशेष सत्र में 'विशेष' क्या है, यह किसी को पता नहीं है। इसके साथ ही सांसद गोगोई ने केंद्र द्वारा विशेष सत्र बुलाने के पीछे की मंशा पर सवाल उठाया और कहा कि सरकार ने 'विशेष सत्र' को लेकर विपक्ष को अभी तक अंधेरे में रखा है।
गौरव गोगोई ने कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर बुलाई गई विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' की बैठक में हिस्सा लेने के बाद पत्रकारों से कहा, "सरकार ने संसद का यह विशेष सत्र क्यों बुलाया गया है? स संबंध में केंद्र सरकार की ओर से अभी तक कोई स्पष्टीकरण नहीं आया है। 12-13 दिनों के बाद संसद का फिर से एक विशेष सत्र आयोजित किया जा रहा है लेकिन देश को इस सत्र के 'विशेष' होने के बारे में कोई जानकारी नहीं है।"
विपक्ष की ओर से सरकार से अपनी मांग को स्पष्ट करते हुए गोगोई ने कहा, "हमारी मांग है कि बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार कम से कम लोकतांत्रिक शासन में थोड़ा पारदर्शिता दिखाए और कम से कम देश की जनता को इस विशेष सत्र के एजेंडे के बारे में बताए।"
कांग्रेस नेता गोगोई ने इंडिया गठबंधन में विपक्षी सहयोगियों की एकता के बारे में कहा, "यह स्पष्ट है कि भाजपा इंडिया गठबंधन की एकता को देखकर डर गई है क्योंकि हमारी एकता को देखकर जनता के मन में हमारे लिए एक नई उम्मीद जगी है।"
वहीं इंडिया की बैठक में शामिल होने वाले कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ''मेरा तो सीधा सवाल है कि क्या आपने कभी संसदीय इतिहास में ऐसी सरकार देखी है, जो विपक्ष के साथ बातचीत नहीं करती हो और संसद का एक सप्ताह का विशेष सत्र बुलाती हो?''
उन्होंने कहा, "मैं सरकार से जानना चाहता हूं कि इस विशेष सत्र का विषय क्या है। आखिर उन्होंने यह सत्र क्यों बुलाया है? क्या यह सत्र एजेंडा-रहित है? हम कहां बैठेंगे? क्या एजेंडा जानना हमारा अधिकार नहीं है।"
इसके साथ कांग्रेस सांसद तिवारी ने यह भी कहा कि सभी विपक्षी दल इंडिया के बैनर तले विशेष सत्र से पहले एक साझा एजेंडा लेकर आएंगे, जिसे जनता के सामने पेश किया जाएगा। तिवारी ने कहा, ''सभी विपक्षी दल आपके सामने हमारा एजेंडा रखेंगे।''
देश में राजनीतिक तूफान खड़ा करने वाले 'इंडिया बनाम भारत' विवाद पर बोलते हुए, द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के सांसद तिरुचि शिवा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) डरी हुई है क्योंकि विपक्षी गुट ने अपने गठबंधन का नाम भारत रखा है।
इंडिया की मीटिंग के बारे में बोलते हुए डीएमके सांसद टीआर बालू ने कहा, "हमने बैठक में सरकार द्वारा बुलाये गये संसद के विशेष सत्र सहित कई अन्य मामलों पर चर्चा की है। जिसका एक पत्र अंततः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजा जाएगा और विपक्ष की चिंताओं से उन्हें अवगत कराया जाएगा।"
जानकारी के अनुसार इंडिया गठबंधन की सभी 24 पार्टियां 18 सितंबर से शुरू होने वाले संसद के विशेष सत्र में भाग लेने के लिए सहमत हो गई हैं। बताया जा रहा है कि कांग्रेस संसदीय दल (सीपीपी) की प्रमुख सोनिया गांधी इन 24 पार्टियों की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखेंगी।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर हुई विपक्षी गठबंधन इंडिया की बैठक में संसद के विशेष सत्र में विपक्षी दलों द्वारा उठाए जाने वाले मुद्दों को भी अंतिम रूप दिया गया और तय किया गया कि विपक्षी गठबंधन उन मुद्दों को सीपीपी अध्यक्ष सोनिया गांधी के माध्यम से सरकार को लिखित रूप में देगा।